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झारखंड में शराब घोटाले मामले में पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे की गिरफ्तारी मामले को लेकर बुधवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला. बाबूलाल मरांडी ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि शराब घोटाले की परत जिस प्रकार से रोज खुल रही रही है, उससे यह स्पष्ट हो रहा है कि झारखंड में दिल्ली से भी बड़ा शराब घोटाला हुआ है.

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि विनय चौबे को गिरफ्तार कर सरकार यह भ्रम फैलाना चाहती है कि वह घोटाले में शामिल नहीं है जबकि घोटाले के तार मुख्यमंत्री तक जुड़े हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग किया कि शराब घोटाला दो राज्यों से जुड़ा हुआ है इसलिए इसकी जांच सीबीआई से कराने की अविलंब अनुशंसा करें.

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिस प्रकार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनके द्वारा पत्र लिखकर आगाह किए जाने के बावजूद कार्रवाई से बचते रहे, उससे यह स्पष्ट है कि यह घोटाला हुआ नहीं बल्कि सुनियोजित तरीके से कराया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री स्वयं शामिल हैं. उन्हें पता था गड़बड़ हो रहा लेकिन गड़बड़ी रोकने के बजाय उसमें साथ दिया और उससे होने वाले उपार्जन का लाभ लिया. ऐसे में सवाल उठता है कि 2022 में पत्र लिखकर आगाह करने के बाद भी 2025 तक मुख्यमंत्री ने क्यों लूट होने दी,क्यों कार्रवाई नहीं की ?

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 19 अप्रैल 2022 को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को झारखंड उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों द्वारा झारखंड राज्य विवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड की निविदा जेसीबीसीएल /02 दिनांक 01 अप्रैल 2022 में अंकित बिंदुओं की अवहेलना कर एक साजिश के तहत छत्तीसगढ़ की कंपनी विशेष को टेंडर देने एवं उससे होने वाली भारी राजस्व की क्षति की ओर ध्यान आकर्षित कराया था. 

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री की नींद तब खुली जब 27 सितंबर 2024 को अखबार में खबर छपी कि शराब घोटाले में छत्तीसगढ़ में झारखंड के आईएएस अधिकारी विनय चौबे और मुकदमा दर्ज हुआ है. तब झारखंड सरकार में बैठे लोगों के कान खड़े हुए. जांच का भय सताने लगा, इसलिए आनन फानन में अक्टूबर 2024 में PE प्राइमरी इन्क्वायरी सेटअप की गई लेकिन इस समय भी एफआRआर दर्ज नहीं हुआ. इससे स्पष्ट है कि घोटाले पर पर्दा डालने और बड़ी मछलियों को बचाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की कार्रवाई के बाद हड़बड़ी ने जांच प्रारंभ हुई, जो पूरी तरह से सोची समझी साजिश है. 

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