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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राज्यसभा के लिए चार लोगों को मनोनीत किया है. गृह मंत्रालय के नोटिफिकेशन में बताया गया है कि उज्ज्वल देवराज निकम, सी. सदानन्दन मास्टर, पूर्व विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला और डॉ. मीनाक्षी जैन को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है. राष्ट्रपति ने नामित सदस्यों के रिटायरमेंट के कारण ख़ाली हुए पदों को भरने के लिए राज्यसभा में इन चारों को नामित किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्ज्वल देवराज निकम, सी. सदानन्दन मास्टर, हर्ष वर्धन श्रृंगला और डॉ. मीनाक्षी जैन को राज्यसभा के लिए मनोनीत किए जाने पर प्रतिक्रिया दी है.
पीएम मोदी ने एक्स पर कहा, “उज्ज्वल निकम का क़ानूनी क्षेत्र और हमारे संविधान के प्रति समर्पण अनुकरणीय है. वह न केवल एक सफल वकील रहे हैं, बल्कि महत्वपूर्ण मामलों में न्याय के प्रयासों में भी सबसे आगे रहे हैं. अपने पूरे क़ानूनी करियर के दौरान निकम ने हमेशा संवैधानिक मूल्यों को मज़बूत करने और आम नागरिकों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए काम किया है.”
पीएम मोदी ने पूर्व विदेश सचिव रहे हर्षवर्धन श्रृंगला को लेकर कहा कि उन्होंने एक राजनयिक, बुद्धिजीवी और रणनीतिक विचारक के रूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कई सालों में उन्होंने भारत की विदेश नीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और जी-20 की हमारी अध्यक्षता में भी योगदान दिया है. मुझे ख़ुशी है कि उन्हें राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है. उनका अद्वितीय दृष्टिकोण संसदीय कार्यवाही को और समृद्ध बनाएगा.’’
वहीं पीएम मोदी ने मीनाक्षी जैन को राज्यसभा के लिए मनोनीत करने पर कहा, ‘‘उन्होंने एक विद्वान, शोधकर्ता और इतिहासकार के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है. शिक्षा, साहित्य, इतिहास और राजनीति विज्ञान के क्षेत्र में उनके कार्यों ने अकादमिक विमर्श को महत्वपूर्ण रूप से समृद्ध किया है. संसदीय कार्यकाल के लिए उन्हें शुभकामनाएं.”
प्रधानमंत्री ने सी. सदानन्दन मास्टर की तारीफ़ करते हुए उनके जीवन को ‘साहस और अन्याय के आगे न झुकने की भावना का प्रतीक’ बताया.
मोदी ने कहा, ‘‘हिंसा और धमकी राष्ट्र के विकास के प्रति उनके जज़्बे को रोक नहीं सकी. एक शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी उनके प्रयास सराहनीय हैं. युवा सशक्तीकरण के प्रति उनकी गहरी आस्था है.”