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भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान तुर्की के खुलकर पाकिस्तान का समर्थन करने का असर अब भारत और तुर्की के संबंधों पर भी दिखने लगा है. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद 7 मई को जवाबी कार्रवाई में भारत ने जब पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों पर हमला किया था, तो तुर्की ने खुलकर इसकी आलोचना की थी और पाकिस्तान को समर्थन ज़ाहिर किया. भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम की घोषणा के बाद तुर्की ने इस फ़ैसले का स्वागत किया है और कहा था कि दोनों देश इस मौक़े का इस्तेमाल सीधे और स्वस्थ बातचीत के लिए करें.
अब भारत ने देश के 9 एयरपोर्ट्स पर तुर्की की कंपनी सेलेबी की सिक्योरिटी क्लियरेंस को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया है तो वहीं देश की दो प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जेएनयू और जामिया मिलिया इस्लामिया ने भी तुर्की से किए गए अपने संभई प्रकार के एमओयू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए हैं.
सिविल एविएशन ब्यूरो ने की कार्रवाई
भारत में सिविल एविएशन ब्यूरो ने तुर्की की कंपनी सेलेबी की सिक्योरिटी क्लियरेंस को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया है. सेलेबी एविएशन भारत के 9 हवाईअड्डों पर सिक्योरिटी से जुड़ा काम संभाल रही थी. सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया मुंबई, दिल्ली, कोच्चि, कन्नूर, बेंगलुरु, हैदराबाद, गोवा, अहमदाबाद और चेन्नई हवाई अड्डों पर अपनी सेवाएं दे रही थीं.
सेलेबी पर हुई इस कार्रवाई की जानकारी सिविल एविएशन ने सोशल मीडिया के ज़रिए दी है. सिविल एविएशन की ओर से जारी बयान में कहा गया, “बीसीएएस के महानिदेशक को मिली शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संबंध में सुरक्षा मंजूरी तत्काल प्रभाव से रद्द की जाती है.”
जेएनयू और जामिया ने समझौते निलंबित किए
जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी ने तुर्की की इनोनू यूनिवर्सिटी के साथ समझौते को निलंबित कर दिया है. इसकी जानकारी यूनिवर्सिटी ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट के ज़रिए साझा की. पोस्ट में लिखा गया, “राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, जेएनयू और तुर्की की इनोनू यूनिवर्सिटी के बीच मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है. जेएनयू देश के साथ खड़ा है.”
जमिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ने तुर्की सरकार से मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों के साथ समझौते को निलंबित कर दिया है. यूनिवर्सिटी ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट के ज़रिए यह जानकारी साझा की. पोस्ट में लिखा गया, “राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए,जमिया मिल्लिया इस्लामिया और तुर्की की सरकार से जुड़े किसी भी संस्थान के बीच हुआ मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) अगले आदेश तक तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. जमिया मिल्लिया इस्लामिया देश के साथ मजबूती से खड़ा है.”