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उप राष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया है. जगदीप धनखड़ ने सोमवार से ही शुरू हुए संसद के मानसून सत्र के पहले दिन राज्यसभा की हुई कार्यवाही के बाद देर शाम इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजा. राष्ट्रपति को भेजे गए अपने इस्तीफे में उन्होंने तत्काल प्रभाव से पद छोड़ने की बात कही है.

उप राष्ट्रपति के रूप में जगदीप धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 को खत्म होने वाला था, लेकिन 2 साल 20 दिन पहले ही अचानक उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

उप राष्ट्रपति के अचानक दिए गए इस्तीफे के बाद कयासों के बाजार गर्म हैं. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है लेकिन बीजेपी नेताओं समेत वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली है. वहीं राष्ट्रपति भवन से भी इस मामले में अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. 

यहां तक कि इस्तीफे के 12 घंटे बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अब तक कोई बयान इस पर नहीं आया है, जिसके बाद से यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या उप राष्ट्रपति ने किसी दबाव में अपना इस्तीफा दिया है. 

इस्तीफे पर सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि इस्तीफे के कुछ देर पहले ही पीआईबी ने उप राष्ट्रपति के कार्यालय की ओर से मंगलवार 22 जुलाई के तय कार्यक्रम के बारे में सूचना साझा की, जिसके तहत उप राष्ट्रपति राजस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे. ऐसे में अचानक तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने के घटना से कई कयास लगने लगे हैं.

क्या कहा है कांग्रेस नेताओं ने

जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफ़े की वजह को लेकर विपक्ष तमाम तरह के सवाल उठा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इससे जुड़े पत्रकारों के सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “इससे हमारा कुछ लेना-देना नहीं है…सरकार जाने और वो (जगदीप धनखड़) ही जाने…क्योंकि ये उनकी और सरकार की इच्छा है. हमारा इससे कोई वास्ता नहीं है.”

वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने धनखड़ के इस्तीफ़े पर सवाल उठाया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि धनखड़ ने इस्तीफ़े की वजह अपनी सेहत बताई है, जिसका मान रखना चाहिए, लेकिन सच्चाई ये भी है कि उनके इस्तीफ़े के पीछे और गहरे कारण हैं.

वहीं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि धनखड़ के इस्तीफ़े का समाचार बहुत चौंकाने वाला है. उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ के इस्तीफ़े के पीछे कोई सामान्य कारण नहीं हो सकता. हरीश रावत ने कहा, “मुझे लगता है कि कहीं न कहीं सरकार में कुछ ऐसा चल रहा था, जिसकी जानकारी मिलने के बाद उन्होंने ये निर्णय लिया अपने सम्मान को बचाने के लिए.” हरीश रावत ने कहा कि उन्हें लगता है कि इसके पीछे कुछ राजनीतिक कारण भी है.

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