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खूंटी जिले के मारंगहादा थाना क्षेत्र अंतर्गत लांदुप पंचायत के काडेतुबिद गांव में शनिवार देर रात ग्रामप्रधान बलराम मुंडा की गोली मारकर व धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी गई. इस घटना में ग्राम प्रधान के भांजे आचू मुंडा के गंभीर रूप से घायल होने की बात कही जा रही है. घटना रात करीब 11 बजे की बताई जा रही है.

घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक ग्राम प्रधान बलराम मुंडा घटना के समय अपने घर में मौजूद थे, जब बारिश के दौरान ही 10-12 की संख्या में हथियारबंद लोग घर में घुस आए.

इस दौरान कुछ देर तक आरोपियों और ग्रामप्रधान के बीच कुछ विवाद भी हुआ, जिसके बाद आरोपियों ने बलराम मुंडा पर गोली चला दी गई और बेरहमी से धारदार हथियार से काटकर उनकी हत्या कर दी. बीच बचाव के क्रम में बलराम का भांजा आचू मुंडा भी घायल हो गया. जिसे इलाज के लिए फिलहाल सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. वहीं पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है. एसपी मनीष टोप्पो ने बताया कि कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी की जा रही है. इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत और आक्रोश का माहौल है. 

पूर्व मंत्री ने उठाए सवाल

ग्राम प्रधान बलराम मुंडा की हत्या होने की सूचना पर झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री व झारखंड भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष नीलकंठ सिंह मुंडा ने संवेदना जताते हुए कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा किया है.

उन्होंने बताया कि मृतक बलराम मुंडा न केवल ग्रामप्रधान थे, बल्कि भाजपा खूंटी ग्रामीण मंडल के मंत्री और दो बार पंचायत समिति सदस्य भी रह चुके थे. ऐसे में जब ग्रामप्रधान ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा की क्या गारंटी है?

राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. गांवों में लोग दहशत और भय में रह रहे हैं. सरकार और प्रशासन को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए.

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