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साहिबगंज जिले के बरहेट प्रखंड के भोगनाडीह में आज ‘हूल दिवस’ के अवसर पर होने वाले विशेष कार्यक्रम से पूर्व खूब हंगामा हुआ. मिली जानकारी के अनुसार देर रात कार्यक्रम का पंडाल खोले जाने से आक्रोशित सिदो कान्हू मुर्मू हूल फाउंडेशन के समर्थकों ने जमकर बवाल काटा. हालात बिगड़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. इस दौरान कई ग्रामीण और पुलिसकर्मी घायल हो गए. 

इस दौरान सिद्धो कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू भी पुलिस के लाठी के शिकार हो गए. उन्हें भी चोट लगी, जिससे पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया. मौके पर वरीय पुलिस अधिकारी कैम्प कर रहे हैं.

ग्रामीणों और प्रशासन के बीच हुए भारी बवाल के बाद जब मामला शांत हुआ तो उसके बाद ‘हूल दिवस’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम शुरू हुआ. इसमें शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, राजमहल सांसद विजय हसदा, विधायक धनंजय सोरेन समेत कई अन्य कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. सभी ने सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और नमन किया. 

क्या है मामला

बता दें कि भोगनाडीह स्थित सिद्धो कान्हू के शहीद स्थल के पास एक ओर सरकारी कार्यक्रम होना था और उसकी भव्य तैयारी की गई थी तो वहीं दूसरी तरफ उसी जगह सिद्धो कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू व उनके समर्थक भी अपना पंडाल बनाकर कार्यक्रम की तैयारी में थे. इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा विधायक चंपाई सोरेन भी शामिल होने वाले थे.

लेकिन आरोप है कि रविवार देर रात पुलिस ने मंडल मुर्मू व उनके समर्थकों की ओर से लगाए गए टेंट को उखाड़ दिया. इसके बाद से ही प्रशासन और स्थानीय आदिवासियों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई.

बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने की कोशिश की. लेकिन सभी को पुलिस ने रोक दिया. इससे आक्रोशित लोगों ने मौके पर लगे  सीएम हेमंत सोरेन के पोस्टरों को फाड़ दिया और जमकर नारेबाजी करने लगे.

आदिवासियों के हंगामे और भारी बवाल के बीच पुलिस ने मोर्चा संभाला और लोगों को नियंत्रित करने को लेकर लाठीचार्ज किया. जिसके बाद भीड़ और अधिक आक्रोशित व आक्रामक हो गई. परंपरागत हथियार से लैस होकर मौके पर पहुंचे आदिवासियों ने लाठीचार्ज के दौरान तीर भी चलाए. इसमें पुलिस के दो जवान घायल हो गए. इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे. जिसमें मंडल मुर्मू व उनके कई समर्थक घायल हो गए. 

भोगनाडीह में लाठीचार्ज की दमनकारी घटना निंदनीय : बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भोगनाडीह में हुए लाठीचार्ज की घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि हूल दिवस के पावन अवसर पर भोगनाडीह में पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज और आंसू गैस के प्रयोग की घटना अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है.

यह बर्बरता अंग्रेज़ी हुकूमत के दौर की यादें ताज़ा कर दी है. हूल क्रांति की भूमि पर, छह पीढ़ियों के बाद एक बार फिर सिद्धो-कान्हू के वंशजों को अत्याचार और अन्याय के विरुद्ध सड़क पर उतरना पड़ा है.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि घुसपैठियों की गोद में बैठी राज्य सरकार नहीं चाहती कि आदिवासी समाज अपने पुरखों की वीरगाथाओं और बलिदानों से प्रेरित होकर अपनी अस्मिता और अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित हो. लेकिन सरकार की यह साजिश कभी सफल नहीं होगी. जिस तरह वीर सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो ने हूल क्रांति के माध्यम से अंग्रेजी सत्ता की नींव हिला दी थी, उसी तरह भोगनाडीह में लाठीचार्ज की दमनकारी घटना हेमंत सरकार के पतन का कारण सिद्ध होगी.

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