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झारखण्ड के हजारीबाग में मंगला जुलुस के दौरान बीती रात दो समुदाय के बीच आपस में टकराव हो गया। देखते ही देखते पथराव भी शुरू हो गया। पथराव की घटना जामा मस्जिद चौक के पास की है। पुलिस ने मामला सँभालने के लिए कई राउंड हवाई फायरिंग भी की। हजारीबाग के एसपी अरविंद कुमार ने सभी से शांति बनाये रखने की अपील की है। ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों गिरिडीह में सामने आया था। दोनों घटनाओं को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो चुकी है। विधानसभा में तो पक्ष-विपक्ष उलझता ही नज़र आया। भाजपा विधायकों ने गिरती कानून व्यवस्था के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। सदन के बाहर हाथों में तख्ती लेकर प्रदर्शन किया। जमकर नारेबाजी की गयी। इसी सन्दर्भ में झामुमो नेता सुदिव्य कुमार सोनू ने अपने एक बयान से अपनी सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
मंत्री बोले खुफ़िया तंत्र की है नाकामी
सुदिव्य सोनू ने कहा कि होली, महाशिवरात्रि और रामनवमी से पहले हजारीबाग और गिरिडीह में तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई। उन्होंने खुफिया तंत्र पर भी सवाल उठाये और कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने में विफल क्यों हो रही है। बताने वाली बात है कि खुफिया तंत्र की कमान सरकार के पास है। राज्य सरकार में मंत्री हैं सुदिव्य सोनू। कई महत्वपूर्ण विभाग है इनके पास। जब मंत्री आप. सरकार आपकी तो तंत्र काम क्यों नहीं कर रहा. कौन है इसका जवाबदेह। आगे उन्होंने कहा कि हजारीबाग अब प्रयोगधर्मी भूमि बन चुकी है। जहाँ पर असहिष्णुता की घटनाओं को बढ़ावा दिया जाता है।
हजारों वर्षों से सुरक्षित रहा है सनातन धर्म
वर्तमान सरकार में सनातन पर खतरा बढ़ गया है, बीजेपी द्वारा लगाए गए इस आरोप पर सुदिव्य सोनू ने कहा कि जिस देश में सर्वोच्च्य पदों पर सनातनी प्रतिष्ठित हैं। यहाँ पर कहना कि सनातन धर्म खतरे में है.।पूरी तरह से राजनीतिक है। आगे कहा कि भारत हमेशा गंगा-जमुना-तहजीब का केंद्र रहा है और सनातन धर्म हजारों वर्षों से सुरक्षित रहा है। वहीँ उन्होंने सीजीएल पेपर लीक मामले में राज्य सरकार की कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि दोषियों की गिरफ्तारी हुई और जाँच जारी है। अब तक किसी भी ठोस प्रमाण के बिना भ्रम फैलाया जा रहा है, लेकिन न्यायिक प्रक्रिया के तहत सारी सच्चाई सामने आएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए बयान पर तंज कसते हुए कहा कि जब मोदी खुद इफ्तार की बात कर रहे हैं। बीजेपी नेताओं को भी इस पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। यह बयान हज़ारीबाग में बिगड़ती स्थिति और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच सामने आया है, जिससे आगामी चुनावों के मद्देनजर माहौल और गरमा सकता है।