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सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की जांच को लेकर भाजपा की ओर से गठित सात सदस्यीय जांच समिति ने गोड्डा का दौरा किया और पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर मामले में विस्तृत जानकारी हासिल की. इस जांच समिति में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, प्रदेश उपाध्यक्ष भानु प्रताप शाही, पूर्व मंत्री रणधीर सिंह, पूर्व सांसद सुनील सोरेन, पूर्व विधायक अमित मंडल और अनिता सोरेन शामिल हैं. इस दौरान भाजपा नेता लोबिन हेंब्रम भी मौजूद थे.

सूर्या हांसदा के परिजनों से मुलाकात के बाद भाजपा की जांच समिति ने उस स्कूल का भी दौरा किया, जिसे सूर्या हांसदा संचालित कर रहे थे. बाद में मीडिया से हुई बातचीत में अर्जुन मुंडा ने राज्य सरकार एवं गोड्डा पुलिस पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाए.

अर्जुन मुंडा ने कहा कि स्व. सूर्या हांसदा यहां के विस्थापितों की समस्याओं सहित कई सामाजिक मुद्दों को लगातार उठाते रहे थे. जिसके कारण उनके ऊपर कई मुकदमे दर्ज हुए. 14 मुकदमों में उनको बरी किया गया था, लेकिन इनके खिलाफ साजिश करने वाले रुके नहीं. कई घटनाओं में इनका नाम जानबूझकर साजिश के तहत जोड़ा जाता रहा है.

अर्जुन मुंडा ने कहा कि विगत 27 मई को जो स्व. सूर्या हांसदा और मुकदमा दर्ज हुआ वह पूरी तरह झूठा था. वे उस दिन अपने बच्चे का जन्मदिन परिवार के साथ मना रहे थे. फर्जी केस दर्ज कर पुलिस उनको ढूंढने लगी और बिना कोर्ट वारंट के गिरफ्तार करते हुए साजिश के तहत उन्हें मार दिया गया. पुलिस का बयान और आम जनता के विचार में पूरी तरह विरोधाभास है.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस जिसे अपराधी बता रही उनका चरित्र समाज सेवा का रहा है, वे एक विद्यालय का सफल संचालन करते थे जिसमें लगभग 350 बच्चे पढ़ते थे. शिक्षा के माध्यम से समाज की सेवा करने वाले को राज्य पुलिस साजिश के तहत अपराधी बता रही. आखिर पढ़ाता वही है जो समाज का भविष्य गढ़ना चाहता है. स्व. सूर्या हांसदा राजनीतिक कार्यकर्ता भी थे और लोकतांत्रिक तरीके से उन्होंने चुनाव भी लड़ा था. सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामला एक साजिश के तहत हत्या है और यह राज्य का सवाल है.

अर्जुन मुंडा ने सूर्या हांसदा के पोस्टमार्टम पर भी सवाल उठाते कहा कि सरकार के इशारे पर पोस्टमार्टम में भी गड़बड़ी की गई है. राज्य सरकार से मांग किया कि जनता और स्व. सूर्या हांसदा के परिवार को राज्य सरकार की जांच पर भरोसा नहीं है. इसलिए राज्य सरकार पहले दोबारा पोस्टमार्टम कराकर रिपोर्ट तैयार करे और फिर हाइकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच समिति बनाकर घटना की निष्पक्ष जांच कराना सुनिश्चित करे. उन्होंने सूर्या हांसदा के परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी मांग की.

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