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झारखंड में सक्रिय  इनामी नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू हो चुकी है. झारखंड पुलिस अब भाकपा , टीएसपीसी और जेजेएमपी जैसे उग्रवादी संगठनों के वांछित कमांडरों की चल-अचल संपत्तियों को जब्त करने की तैयारी  कर रही रही है.   एक उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया, जिसमें पुलिस और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया.पलामू रेंज के आईजी सुनील भास्कर ने  कि अब कारवाई  केवल नक्सलियों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि उनके परिजनों और रिश्तेदारों की संपत्ति की भी जांच कर जब्ती की जाएगी.  गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम( UAPA)की धाराओं के तहत यह करवाई की  जाएगी.

 

 नक्सल कमांडरों की संपत्ति होगी जब्त

 माओवादी का रीजनल कमांडर, ₹15 लाख का इनामी,नितेश यादव उर्फ इरफान, ₹10 लाख का इनामी रविंद्र गंझू, माओवादी कमांडर मनोहर गंझू,संजय यादव उर्फ संजय गोदराम,मृत्युंजय भुईयां,TSPC का टॉप कमांडर शशिकांत गंझू,JJMP का रविंद्र यादव और पप्पू लोहरा,₹5 लाख का इनामी माओवादी कमांडरमनीष यादव,कईल उर्फ शिव सिंह ,TSPC का प्रभात गंझू,TSPC का प्रभात गंझू,₹5 लाख का इनामी, TSPCमुखदेव यादवऔर पंकज कोरबा .कुंदन यादव और अभिजीत यादव जैसे कुख्यात नक्सलियों की संपत्तियां पहले ही  जब्त की जा चुकी हैं.पलामू ,गढ़वाऔर लातेहार में करवाई तेज कर दी गई है.इन  जिलों की पुलिस संयुक्त रूप से इन नक्सली नेताओं की संपत्तियों का आकलन कर रही है.ये जिले झारखंड में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शुमार हैं . यहां पहले भी नक्सल विरोधी अभियान चलाया जाता रहा है.पुलिस की इस कार्रवाई का उद्देश्य नक्सलियों की आर्थिक रूप से कमजोर  करना  है.इन उग्रवादियों के पास  कमाई गई  अवैध  संपत्ति है, जिसमें जमीन, घर , वाहन और बैंक खातों जैसी संपत्तियां शामिल हैं.पुलिस के इस कदम से ये आर्थिक रूप से कमजोर होंगे.

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