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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य परिषद का आठवां तीन दिवसीय राज्य सम्मेलन अतुल कुमार अंजन नगर अभिवादन मैरिज हॉल मोराबादी रांची में शहीद साथियों की श्रद्धांजलि से शुरू हुई. सर्वप्रथम पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता ने झंडा फहराया एवं शहीद साथियों के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव एस सुधाकर रेड्डी एवं पूर्व राष्ट्रीय सचिव किसान नेता अतुल कुमार अंजान के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई एवं 2 मिनट का मौन रखकर उनके अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया गया.

सम्मेलन में खुला सत्र के दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पूर्व सांसद नागेंद्र नाथ ओझा, झारखंड प्रभारी राष्ट्रीय सचिव रामकृष्ण पांडा, माकपा के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, भाकपा माले के राज्य सचिव मनोज भट्ट, एस एस यू सीआई की महिला नेत्री लीला दास, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव महेंद्र पाठक, एटक के राज्य सचिव अशोक यादव, केडी सिंह, राष्ट्रीय परिषद के सदस्य पीके पांडे, कन्हाई माल पहाड़िया, पशुपति कॉल, अंबुज ठाकुर,अनिरुद्ध कुमार, रूचिर तिवारी, रामस्वरूप पासवान, राम जी साहू, दीप नारायण यादव, छाया कॉल,पशुपति कॉल, गणेश महतो, सूडान मुर्मू, अर्जुन कुमार, अजय कुमार सिंह, संतोष रजक,कन्हाई मल पहाड़िया ,गयानाथ पांडे आदि कई लोगों ने संबोधित किया.

सभा को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद नागेंद्र नाथ ओझा ने कहा कि आज देश में भारतीय जनता पार्टी से रोजगार की खतरा है लगातार रोजगार समाप्त हो रहा है, हिंदुत्व के नाम पर लोगों को भरमाया जा रहा है, धर्म के पाठ पढ़कर किसानों एवं मजदूरों की हक अधिकार को छीना जा रहा है.

राष्ट्रीय सचिव रामकृष्ण पांडा ने संबोधित करते हुए कहा कि देश के अंदर बेरोजगारी चरम पर है, किसान लूटे जा रहे हैं, मजदूरों के हक मारा जा रहा है, चार लेबर कोड मे 44 श्रम कानून को बदल दिया गया, देश की मोदी सरकार पूंजी पतियों के हित में काम कर रही है, झारखंड के अंदर खनिज संपदा की लूट हो रही है, कोयला बालू लोहा लूटा जा रहा है, कारपोरेट घराने की नजर झारखंड के खान खनिज पर है, इसीलिए झारखंड की जल जंगल जमीन की हिफाजत के लिए वाम विकल्प की जरूरत है,. सभा में राजेंद्र प्रसाद, नीमन यादव, बाबूलाल झा, चंदेश्वर प्रसाद सिंह, सरिता खालको, सोनिया देवी, सुनीता किंडो, डॉक्टर पीयूष आदि कई लोग मौजूद थे.

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