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स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा है कि जब तक संस्थानों को मजबूत नहीं किया जाएगा, तब तक स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ नहीं हो सकती. सरकार की प्राथमिकता है कि स्वास्थ्य विभाग को एक मजबूत और आत्मनिर्भर संस्थान के रूप में विकसित किया जाए. इसके लिए तेजी, पारदर्शिता और समन्वय के साथ कार्य करने की आवश्यकता है.
उन्होंने स्पष्ट किया कि “तेजी” का अर्थ किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य आपात स्थितियों को ध्यान में रखते हुए सुव्यवस्थित ढंग से कार्य करना है. राज्य के हर सरकारी अस्पताल को इस प्रकार विकसित किया जाएगा कि मरीजों को इलाज के लिए बाहर जाने की आवश्यकता न पड़े — एक ही छत के नीचे इलाज, जाँच और दवा की सम्पूर्ण व्यवस्था हो.
स्वास्थ्य मंत्री नामकुम स्थित लोक स्वास्थ्य संस्थान सभागार में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने निविदा प्रक्रियाओं में शिथिलता पर असंतोष व्यक्त करते हुए प्रत्येक सप्ताह इसकी समीक्षा किए जाने का निर्देश दिया. स्वास्थ्य मंत्री ने 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत स्वास्थ्य अनुदान, रेडियोलॉजी-पैथोलॉजी, डायलसिस, एनसीडी, सीटी स्कैन, एमआरआई, आईईसी, पीएसए प्लांट सहित अन्य योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की.
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक अबु इमरान, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ. चन्द्र किशोर शाही, प्रशासी पदाधिकारी लक्ष्मी नारायण किशोर समेत राज्य स्तर के विभिन्न कार्यक्रमों के प्रभारी व परामर्शदाता उपस्थित थे.
रेडियोलॉजी-पैथोलॉजी और डायलसिस सेवाओं में सुधार
डॉ. इरफान अंसारी ने निर्देश दिया कि राज्य के सभी अस्पतालों में रेडियोलॉजी-पैथोलॉजी और डायलसिस जांच की स्वयं की यूनिट स्थापित की जाए. साथ ही मरीजों से अवैध रूप से पैसे मांगने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की भी बात कही. संबंधित एजेंसियों के भुगतान से पहले विपत्रों की कड़ाई से जांच की जाए. वहीं उन्होंने ब्लॉक, जिला व राज्य स्तर पर विशेषज्ञ चिकित्सक, चिकित्सा पदाधिकारी, एएनएम, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, सीएचओ तथा प्रबंधन पदों की रिक्तियों की जानकारी लेते हुए तत्काल सभी पदों पर नियुक्ति की एकीकृत प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया.
रेडियोलॉजी जांच प्रणाली का एकीकरण
बैठक में अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने रेडियोलॉजी जांच को एकीकृत प्रणाली से जोड़ने का प्रस्ताव तैयार करने को कहा, जिससे राज्य भर में इस सेवा की उपलब्धता और गुणवत्ता में सुधार आएगा.