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पिछले महीने 12 जून को अहमदाबाद में हुए भारत की अब तक की सबसे भयावह विमान दुर्घटनाओं में से एक एअर इंडिया फ्लाइट 171 के हादसे पर एअरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने शनिवार आधी रात के बाद अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की. यह रिपोर्ट विमान दुर्घटना के एक महीने बाद आई है, जिसमें 260 लोगों की मौत हो गई थी.

रिपोर्ट में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) से मिले चौंकाने वाले संवाद सामने आए हैं. रिपोर्ट में दर्ज कॉकपिट बातचीत के अनुसार उड़ान के तुरंत बाद अचानक दोनों इंजनों में ईंधन कटऑफ हो गया. तभी एक पायलट ने दूसरे से पूछा, “तुमने फ्यूल क्यों कट किया?” दूसरे पायलट ने जवाब दिया, “मैंने ऐसा नहीं किया.” 

विमान ने उड़ान भरते ही 180 नॉट्स की अधिकतम गति प्राप्त की. उसी समय दोनों इंजनों के फ्यूल कटऑफ स्विच “RUN” से “CUTOFF” में 1 सेकंड के अंतर से ट्रांजिशन कर गए. तुरंत इंजन 1 का फ्यूल स्विच RUN में लौटाया गया. इंजन 2 का स्विच भी RUN में डाला गया. इसके तुरंत बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दोनों इंजनों में री-स्टार्ट की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी, समय और ऊंचाई की कमी के चलते दोनों इंजन पुनः चालू नहीं हो सके.

रिपोर्ट की अन्य महत्वपूर्ण बातें

रैम एअर टरबाइन (RAT) का खुलना आपातकालीन स्थिति की पुष्टि करता है. फ्लैप हैंडल सही 5-डिग्री टेकऑफ स्थिति में मिला. लैंडिंग गियर “डाउन” स्थिति में था. थ्रस्ट लीवर दुर्घटना तक फॉरवर्ड पोजिशन में थे. मौसम अनुकूल था, पक्षी से टक्कर नहीं हुई. विमान का वजन मानक सीमा में था. मेंटेनेंस रिकॉर्ड के मुताबिक थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल को 2019 और 2023 में बदला गया था, लेकिन फ्यूल स्विच से जुड़ी कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई थी.

रिपोर्ट में कहा गया है कि B787-8 या इसके GE GEnx-1B इंजनों में कोई सिस्टमेटिक फेल्योर नहीं पाया गया है. एयरपोर्ट बाउजर्स से लिए गए ईंधन के सैंपल संतोषजनक पाए गए हैं. दुर्घटनाग्रस्त विमान से बहुत कम मात्रा में ईंधन बरामद हुआ, जिसकी जांच जारी है. 

रिपोर्ट बताती है कि 2018 में अमेरिकी FAA ने बोइंग 737 विमानों में फ्यूल स्विच लॉकिंग मैकेनिज्म को लेकर एक एडवाइजरी जारी की थी, लेकिन यह अनिवार्य नहीं थी. बोइंग 787-8 में वही मैकेनिज्म मौजूद है, लेकिन एअर इंडिया ने इस संबंध में कोई निरीक्षण नहीं किया.

जांच टीम में कौन-कौन?

जांच की अगुवाई AAIB चीफ जीवीजी युगंधर कर रहे हैं. टीम में पायलट्स, इंजीनियर्स, एविएशन साइकोलॉजिस्ट, एविएशन मेडिसिन स्पेशलिस्ट और फ्लाइट रिकॉर्डर विशेषज्ञ शामिल हैं. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और इकलौते जीवित यात्री के बयान का विश्लेषण अभी जारी है.

एएआईबी ने कहा, “दोनों इंजनों को मलबे वाली जगह से निकाल लिया गया है और हवाई अड्डे के एक हैंगर में अलग रखा गया है.” उन्होंने आगे कहा, “आगे की जांच के लिए जरूरी घटकों की पहचान कर उन्हें अलग रखा गया है.” एएआईबी ने आगे बताया कि ड्रोन से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी सहित मलबे वाली जगह पर काम पूरा हो गया है और मलबे को एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है.

एयर इंडिया का बयान

एयर इंडिया ने रिपोर्ट पर अपना बयान जारी किया है. एअरलाइंस के मुताबिक, फ्लाइट AI171 की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना से प्रभावित परिवारों और सभी लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ी है.इस अपूरणीय क्षति पर हम गहरा शोक व्यक्त करते हैं और इस कठिन समय में प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हैं.

हम आज, 12 जुलाई 2025 को विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी की गई प्रारंभिक रिपोर्ट की प्राप्ति की पुष्टि करते हैं और उसकी समीक्षा कर रहे हैं.

एयर इंडिया सभी संबंधित पक्षों, विशेष रूप से नियामक एजेंसियों के साथ निकट समन्वय में कार्य कर रही है और AAIB सहित सभी जांच एजेंसियों के साथ पूर्ण सहयोग कर रही है. 

चूंकि यह जांच अभी सक्रिय अवस्था में है, इसलिए हम फिलहाल इस दुर्घटना से जुड़े किसी भी तकनीकी या तथ्यात्मक विवरण पर टिप्पणी करने में असमर्थ हैं.

ऐसे सभी प्रश्नों के लिए हम AAIB से संपर्क करने का अनुरोध करते हैं. हम एक बार फिर सभी दिवंगत यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं. हमारा मन और हमारी प्रार्थनाएं उनके साथ हैं.

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