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झारखंड में पहली बार रक्त विकार से संबंधित देश का सबसे बड़ा साइंटिफिक कॉन्फ्रेंस 9वां वार्षिक इस्टर्न हेमेटोलॉजी ग्रुप कांग्रेस का तीन दिवसीय आयोजन रांची में हो रहा है. रिम्स और सदर अस्पताल रांची के सहयोग से हो रहे इस कांफ्रेंस का उदघाटन शुक्रवार शाम पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने किया.

इस कांफ्रेंस का विषय है ” HemaQuest : Navigation Hematology frontiers Together ” यह हेमेटोलॉजी की गतिशीलता एवं निरंतर विकास परिदृश्य को दर्शाता है. हेमोटलॉजी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभिन्न राज्यों से आए चिकित्सकों को स्वास्थ्य मंत्री और वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर के द्वारा सम्मानित भी किया गया. 

कैंसर सेंटर को लेकर सरकार प्रयासरत

वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कार्यक्रम में अन्य राज्यों से आये डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों का स्वागत करते हुए कहा कि हम बेहतर स्वास्थ्य सुविधा राज्य के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध हैं . हमें झारखंड के हित में काम करना है एवं जो भी कमी है, उस पर काम करते हुए झारखंड को स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर करना है. राज्य में बोन मैरो एवं कैंसर जैसे बीमारी के इलाज के लिए पूर्ण स्वास्थ्य सुविधा होनी चाहिए, हम इसके लिए प्रयासरत है. हम झारखंड के 24 जिलों में कैंसर से संबंधित सेंटर खोलने हेतु प्रयास कर रहे हैं ताकि प्रारंभिक स्टेज में इसका पता लगाया जा सके और लोगों को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़े.

राज्य में खुलेंगे 5 नए मेडिकल कॉलेज

वहीं स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने अपने संबोधन में झारखंड में पहली बार हो रहे इस सम्मलेन के आयोजन को लेकर पूरी टीम को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यहां लोगो को रक्त से संबंधित कोई भी गंभीर बीमारी होती है तो उन्हें इलाज के लिए राज्य के बाहर जाना पड़ता है , इसके लिए हम जनता को जांच एवं अन्य सुविधा देने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है. आज ज़्यदातर लोग किसी न किसी बीमारी से पीड़ित है. राज्य के संपूर्ण विकास के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र का विकास करना बहुत जरूरी है. बहुत जल्द राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में रक्त से सम्बंधित बीमारी, अन्य गंभीर बीमारी से संबंधित जांच एवं अन्य सुविधा राज्य की जनता को उपलब्ध कराई जाएगी.

स्वास्थ्य मंत्री ने सभी निजी अस्पतालों को निर्देश दिया गया कि वो स्वास्थ्य गाइडलाइन का पालन करें एवं अस्पताल में भर्ती मरीज की मृत्यु हो जाने पर जल्द ही प्रक्रिया पूरी करके उनके परिवार वालो को शव सौप दे , साथ ही स्वास्थ्य मंत्री  के कहा की राज्य को जल्द ही 5 मेडिकल कॉलेज भी दिया जाएगा.

स्वास्थ्य मंत्री जी ने 3 महत्वपूर्ण घोषणा की

1. झारखंड में रांची के सदर अस्पताल में बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट बहुत जल्द खोला जायेगा.
2. राज्य में बहुत जल्द जेनेटिक लैब खोला जाएगा.
3. रांची के सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए एंटी नेटल टेस्ट जल्द ही शुरू किया जायेगा.

पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने ने डॉ आर के जेना एवं झारखंड के एकमात्र हेमेटोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक रंजन को धन्यवाद करते हुए कहा की झारखंड में रक्त से जुड़े विकार एवं इससे संबंधित बीमारियों के जागरूकता हेतु अभियान के रूप में पूरे गांव गांव एवं शहर में जागरूकता अभियान चलाना चाहिए ताकि लोगों को रक्त से संबंधित विकारों के बारे में एवं इससे बचाव के बारे में जानकारी मिल सके . उड़ीसा में रक्त से संबंधित बीमारियों एवं इसे बचाव को लेकर अभियान के रूप में लोगों को जागरूक किया गया इसके बाद इस क्षेत्र में वहां काफी सुधार आया है . हमें एक टीम बनाकर के अवेयरनेस कैंपेन चलना चाहिए जिससे स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार आ सके.

इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर से 100 से भी अधिक वरिष्ठ हेमेटोलॉजिस्ट, हेमेटो -ऑंकोलॉजिस्ट, बोन मैरो ट्रांसप्लांट चिकित्सा एवं अन्य चिकित्सक शामिल हुएl साथ ही रिम्स ,सदर अस्पताल एवं राज्य के अन्य अस्पतालों से पैथोलॉजिस्ट, फिजिशियन, बाल रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं अन्य विभाग के चिकित्सक एवं शोधकर्ता, नर्स एवं स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हुए. कार्यक्रम में रक्त विकार से संबंधित बीमारियां जैसे थैलेसीमिया, सिकल सेल एनीमिया, एनीमिया, स्टेम सेल ट्रांसप्लांट, Bleeding Disorder जैसे हीमोफीलिया इत्यादि के कारण जांच एवं इलाज प्रक्रिया पर चर्चा की गई .

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