शहर से गांव डगर तक की कहानी

जीटी रोड लाइव ख़बरी

आखिरकार भारत की दो बेटियों ने भारत की बेटियों का सिंदूर मिटाने वाले को मुहतोड़ जवाब दे दिया. भारत ने पाकिस्तान और POK में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया. सेना की ओर से मीडिया ब्रीफिंग के लिए दो महिला अधिकारी को भेजा गया. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा. भारत के नारी शक्ति की चर्चा हर तरफ  होने लगी. सोशल मीडिया पर दोनों अधिकारियों की जमकर तारीफों के कसीदे पढ़े जाने लगे. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भारतीय सेना की ताकत और पराक्रम को दुनिया के सामने रखा, भारतीय सेना अपने दुश्मनों और आतंकवादियों को किस तरह जवाब देती है ये भी बखूबी बताया. उन्होंने बताया कि भारतीय सेना कैसे पाकिस्तान के पाले हुए आतंकवाद को खत्म कर रही है.

सशस्त्र बलों में महिलाओं की बढ़ती भूमिका

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दोनों महिला अधिकारियों की चर्चा और तारीफ खूब हो रही है. X पर सोफिया कुरैशी ट्रेंड कर रही हैं, साथ ही विंग कमांडर व्योमिका सिंह की भी तारीफ हो रही है. इसके अलावा, ‘नारी शक्ति’ भी ट्रेंड कर रहा है।  इसे भारत की नारी शक्ति का प्रतीक माना जा रहा है.,और भारतीय सेना के प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये से पाकिस्तान को यह संदेश भी दिया जा रहा है कि भारत की महिलाएं कितनी ताकतवर है भारत के दुश्मनों को एक कड़ा संदेश दिया. यह भारत के सशस्त्र बलों में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है.भारतीय इतिहास में पहली बार, दो महिला अधिकारियों – भारतीय थल सेना से कर्नल सोफिया कुरैशी और भारतीय वायु सेना से विंग कमांडर व्योमिका सिंह – ने एक बड़े सैन्य अभियान पर आधिकारिक प्रेस ब्रीफिंग का नेतृत्व किया. 

भारत नेजम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद कड़ी प्रतिक्रिया  है, जिसमें एक विदेशी पर्यटक सहित 26 लोग मारे गए थे. 7 मई की सुबह भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर POK में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल से हमले किए. इसका नाम  पहलगाम हमले में मारे गए लोगों की पत्नियों और परिवारों की याद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रखा गया.

कौन है कर्नल सोफिया कुरैशी

सैन्य परिवार से सम्बन्ध रखने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी मूलतः गुजरात की रहने वाली हैं. बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट करने वाली सोफिया के दादाजी भी भारतीय सेना में थे. सोफिया ने शादी भी सेना अधिकारी से की है.  वो मैकेनाइज़्ड इन्फ़ेंट्री के अधिकारी हैं. महज़ 17 साल की उम्र में उन्होंने सेना ज्वाइन किया था. जब साल 1999 रहा होगा. माध्यम बना था शॉर्ट सर्विस कमीशन. छह साल तक संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना में भी उन्होंने सेवाएँ दी. जब शांति बहाली के लिए सेना 2006 में कॉन्गो गयी तो उस टीम में भी सोफिया शामिल थी. साल 2016 में जब दुनिया का सबसे बड़ा ग्राउंड फोर्सेज अभ्यास हुआ था तो सोफिया ने 40 भारतीय सैनिकों की टुकड़ी की अगुवाई की थी. पुणे शहर में आयोजित इस अभ्यास में आसियान प्लस देश शामिल थे. ये उनके लिए गौरव का क्षण था. क्योंकि वो इतने बड़े बहुराष्ट्रीय अभ्यास में भारतीय सेना के प्रशिक्षण दल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी थीं. 

कमांडर व्योमिका सिंह हैं हेलीकॉप्टर  पायलट

ऑपरेशन सिंदूर में शामिल दूसरी जाँबाज़ महिला हैं, व्योमिका सिंह. कमांडर व्योमिका सिंह इंडियन एयर फ़ोर्स में हेलीकॉप्टर पायलट हैं. बचपन से ही जय हिन्द जय हिन्द की सेना गाने वाली व्योमिका ने बड़े होते ही NCC ज्वाइन किया. दुश्मन के इरादों को नाकाम करने का संकल्प इनके मन में हिलोरें मार रहा था. और आखिर ये मौक़ा उन्हें मिल ही गया. पढ़ाई भी  इंजीनियरिंग में मुकम्मल की है, ताकि जहाज़ जैसे यंत्र को भी बखूबी समझ सकें.  2019 में भारतीय वायुसेना में अंततः पहुँच गयीं. फ्लाइंग ब्रांच में पायलट के तौर पर परमानेंट कमीशन मिला था. जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के राज्यों में जब संकट आये तो उस बादल को चेतक और चीता जैसे हेलीकॉप्टर से उन्होंने हवा कर दिया था. नवंबर 2020 के ऑपरेशन अरुणाचल प्रदेश में भी उनकी महती भूमिका थी. व्योमिका अब तक 2500 घंटों से ज़्यादा उड़ान भर चुकी हैं. 

 

 

 

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version