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झारखंड की मुख्य सचिव अलका तिवारी ने अधिकारियों को राज्य में खेल विश्वविद्यालय को स्थापित करने की प्रक्रिया जल्द शुरू करने का निर्देश दिया है. उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि एक कमिटी बनाकर बिहार के राजगीर में स्थापित किए गए खेल विश्वविद्यालय सहित अन्य राज्यों के खेल विश्वविद्यालयों का अध्ययन करें और झारखंड की जरुरतों के अनुसार उसका इस्तेमाल करें ताकि झारखंड में खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा देते हुए प्रतिभाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें निखारा जा सके. उन्होंने खेल विश्वविद्यालय का संचालन झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसायटी और सीसीएल के संयुक्त तत्वावधान में होने की भी बात कही.

खेल गांव में खुलेगा स्कूल

मुख्य सचिव ने राजधानी रांची स्थित खेल गांव में 200 एकड़ में फैले 4 इनडोर और 6 आउटडोर स्टेडियम सहित अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर के समुचित उपयोग पर बल देते हुए अधिकारियों से कहा कि फोकस इस बात पर करें कि राज्य की खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए और क्या बेहतर हो सकता है. अलका तिवारी ने 4-5 साल तक के बच्चों को स्पोर्ट्स एकेडमी से जोड़ने की पहल करने का सुझाव देते हुए कहा कि विदेशों में लगभग इसी उम्र से बच्चों को प्रशिक्षित कर अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाया जाता है. ऐसे में स्पोर्ट्स एकेडमी से जुड़े बच्चों की शिक्षा के लिए वहां सरकारी प्लस-2 स्कूल खोलने के सुझाव को स्वीकार करते हुए स्कूली शिक्षा सचिव को इसकी प्रक्रिया शुरू करने का भी निर्देश दिया.

200 एकड़ में चल रहा स्पोर्ट्स एकेडमी

झारखंड में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसायटी और सीसीएल के बीच 2015 में 30 साल के लिए एमओयू हुआ था. 50- 50 फीसदी के आधार पर दोनों के संयुक्त तत्वावधान में 2016 से रांची के खेलगांव में स्कूली खेल प्रतिभाओं का चयन कर उन्हें निखारने के लिए रहने, खाने, पढ़ने के साथ विभिन्न खेलों के प्रशिक्षण की सुविधा शुरू हुई. यहां 1400 बच्चों के प्रशिक्षण की सुविधा है, लेकिन फिलहाल यहां 92 लड़के और 128 लड़कियों को मिलाकर कुल 220 बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. जबकि प्रशिक्षक और सपोर्ट स्टाफ की संख्या 47 है. मुख्य सचिव ने इसकी संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया.

स्पोर्ट्स एकेडमी में 11 खेलों का प्रशिक्षण

फिलहाल स्पोर्ट्स एकेडमी में 11 खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जबकि चार अन्य खेलों का प्रशिक्षण भी जल्द शुरू होगा. इसके लिए प्रशिक्षकों के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. 2021-22 से अभी तक स्पोर्ट्स एकेडमी से प्रशिक्षित 1628 बच्चे विभिन्न स्पर्धाओं में कई मेडल जीत चुके हैं. उसमें अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में 4 गोल्ड, चार सिल्वर और 6 कांस्य पदक, राष्ट्रीय स्पर्धा में 74 गोल्ड, 70 सिल्वर और 118 कांस्य पदक सहित राज्यस्तरीय स्पर्धाओं में 763 गोल्ड 352 सिल्वर और 227 कांस्य पदक शामिल हैं.

5 मेगावाट का लगेगा सोलर सिस्टम 

सीसीएल ने स्पोर्ट्स एकेडमी की गतिविधियों में बिजली की भारी खपत को देखते हुए खेल गांव में 5 मेगावाट का सोलर सिस्टम लगाने का प्रस्ताव दिया है. इसका खर्च सीसीएल अपने सीएसआर फंड से करेगा. बताया गया कि बिजली बिल की बचत के पैसे का उपयोग खेल गतिविधियों को और उन्नत बनाने में किया जाएगा.

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