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कौन कहता है कि आसमान में सुराख़ नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यार! दुष्यंत कुमार को इस शेर को सच कर दिखाया है जमशेदपुर के ऋत्विक ने . इन्होने यूपीएससी की परीक्षा में 115 वीं रैंक लाकर पूरे राज्य को रोशन किया हैं. बतादें कि ऋत्विक ने इससे भी पहले यूपीएससी में सफलता हासिल की है. वहीं अपने बेटे की सफलता से उनके माता-पिता काफी खुश हैं और उन्होंने जानकारी भी दी कि उनका बेटा आईएएस बनने के बाद,अब झारखंड कैडर में अपना योगदान देगा.

ऋत्विक ने 115वीं रैंक लाकर कायम किया मिसाल 

जमशेदपुर के कदमा रामनगर के रहने वाले ऋत्विक ने अपनी सफलता से ये बता दिया है कि अगर आपके अंदर जज्बा हो और मंजिल को पाने की चाह हो तो आप क्या नहीं कर सकते. 27 वर्षीय ऋत्विक ने  यूपीएससी परीक्षा में 115वीं रैंक लाकर एक मिसाल कायम कर दिया है कि आपके अंदर अपने मुकाम को पाने की चाह हो तो आपको कोई रोक नहीं सकता.

चार साल से ऋत्विक को नहीं मिली थी सफलता 

2019, 2020, 2021और 2022 में ऋत्विक को यूपीएससी कि परीक्षा में सफलता नहीं मिली थी. उसके बाद   भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. 2023 में उन्हें सफलता मिली और वह आईपीएस बने. जिसके बाद वह सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद में आईपीएस प्रोबेशनर के रूप में ट्रेनिंग ले रहे हैं. फिर एक बार उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है. इस बार उन्हें आईएएस कैडर मिला है.

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