शहर से गांव डगर तक की कहानी

जीटी रोड लाइव खबरी

बिहार में चुनाव आयोग की ओर से हो रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर सोमवार को पटना में राज्य स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन किया गया. इस जनसुनवाई में सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज़, भंवर मेघवंशी, समाजशास्त्री नंदिनी सुंदर, डी एम दिवाकर, पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्लाह, पूर्व न्यायधीश अंजना प्रकाश शामिल रहे.

जनसुनवाई में 15 से भी अधिक ज़िलों से आए ग्रामीणों, सामाजिक कार्यकर्ताओं व अन्य लोगों ने एसआईआर के दौरान फॉर्म जमा करने में हो रही अलग अलग प्रकार के मुश्किलों की शिकायत की. शिक्षा कार्यकर्ता जगत भूषण ने कहा कि चुनाव आयोग की इस प्रक्रिया का कहीं भी प्रचार-प्रसार नहीं किया जा रहा है. जिसके कारण इससे जुड़ी जानकारियों से आम लोग अनभिज्ञ हैं.   

जनसुनवाई में पहुंची कटिहार की एक ग्रामीण महिला ने कहा, “फॉर्म भरवाने के लिए हमें सौ रुपए खर्च करने पड़े. जब हम लोगों ने कहा कि हमारे पास पैसे नहीं है तो आंगनबाड़ी सेविका के पति ने बोला कर्ज़ लेकर भरवाओ.” वहीं, पटना की रूबी देवी ने कहा, “हमारे माता-पिता जिंदा नहीं रहे. हम कहां से काग़ज़ ले कर आएं.” इस जनसुनवाई का आयोजन जन जागरण शक्ति संगठन, एनएपीएम, भारत जोड़ो अभियान, कोसी नव निर्माण मंच सहित कई संगठनों ने किया.  

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version