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झारखंड के दुमका में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली श्यामलाल देहरी उर्फ संतु देहरी उर्फ सोमालाल देहरी ने आत्महत्या कर ली है. उसका शव हजारीबाग के लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा के वार्ड डी में शनिवार सुबह फांसी के फंदे पर लटका मिला. श्यामलाल देहरी दुमका के काठीकुंड थाना क्षेत्र का रहने वाला था. उसने 24 जनवरी 2020 को दुमका में झारखंड सरकार की सरेंडर नीति नई दिशा से प्रभावित होकर दो अन्य नक्सलियों के साथ आत्मसमर्पण किया था

दो साथी के साथ किया था आत्मसमर्पण 

श्यामलाल देहरी ने अपने दो सहयोगियों के साथ सरेंडर किया था. उनके साथ सरेंडर करने वालों में सब जोनल सदस्य राजेंद्र राय उर्फ गहना राय और सब जोनल सदस्य रिमील दा उर्फ सोकुल दा शामिल थे. राजेंद्र और रिमील ने राइफल, जबकि छोटा श्याम लाल देहरी ने पिस्टल के साथ सरेंडर किया था. तीनों नक्सलियों पर अलग-अलग गंभीर मामले दर्ज थे. श्यामलाल पर आठ, राजेंद्र पर छह और रिमील पर आठ मामले दर्ज हैं. 

2021 में हजारीबाग जेल भेजा गया था  

आत्मसमर्पण के बाद श्यामलाल को दुमका केंद्रीय कारा में रखा गया था, लेकिन बाद में 9 फरवरी 2021 को उसे हजारीबाग केंद्रीय कारा स्थानांतरित कर दिया गया. वह तब से वहीं विचाराधीन कैदी के रूप में बंद था. नक्सली गतिविधियों से जुड़े आठ मामलों में उस पर मुकदमे चल रहे थे. झारखंड सरकार ने श्यामलाल पर 1 लाख और अन्य दोनों पर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया था.

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