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गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड के बलथरिया पंचायत में पदस्थापित पंचायत सचिव सुखलाल महतो की मौत हो गई. राजधानी रांची के रिम्स में इलाज के क्रम में रविवार सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली. डुमरी के विधायक सह JLKM के अध्यक्ष जयराम महतो ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर यह जानकारी दी. वहीं उन्होंने सरकार और विभाग के किसी प्रतिनिधि के अस्पताल जाकर उनके हालात जानने की कोशिश नहीं करने को भी दुखद बताया.

हत्या का मुकदमा और मिले 50 लाख

डुमरी विधायक जयराम महतो ने इस मामले को लेकर लिखा, “डुमरी प्रखंड अंतर्गत बलथरिया के पंचायत सेवक सुखलाल महतो जी अंततः मृत्यु से जंग हार गए. भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ने वाले एक और सपूत नहीं रहे. वह भ्रष्ट व्यवस्था का शिकार हो गया.इससे ज्यादा दुखद और शर्मनाक क्या ही होगा. ईश्वर ऐसे नेक और पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे.”

आगे उन्होंने लिखा, ” जो दोषी है, उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो. कड़ी और दंडात्मक कार्यवाही हो, गिरफ्तारी हो, सरकार नौकरी से बर्खास्तगी हो. सरकार परिजनों को सरकारी सेवक के रूप में मिलने वाली सुविधाओं के अलावा 50 लाख की अतिरिक्त राशि प्रदान करे.”

शनिवार को रिम्स पहुंचे थे जयराम

मामले के संज्ञान में आते ही डुमरी विधायक जयराम महतो ने पत्र लिखकर पहले ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह, राज्य के मुख्य सचिव और गिरिडीह उपायुक्त से जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है. बाद में शनिवार शाम वह रांची स्थित रिम्स भी पहुंचे, जहां इलाजरत सुखलाल महतो की स्थिति का जायजा लिया.

इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रखंड, अंचल और पंचायतों में विकास कार्यों की निगरानी के लिए सुशासन जरूरी है, लेकिन एक ईमानदार कर्मी को आत्महत्या जैसे कदम के लिए मजबूर होना इस सिस्टम की विफलता को दर्शाता है.उन्होंने आग्रह किया कि इस पूरे प्रकरण की विभागीय स्तर पर निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो. 

मंत्री ने जांच के दिए निर्देश

डुमरी विधायक जयराम महतो के मामले को लेकर लिखे गए पत्र के आलोक में ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने तत्काल गिरिडीह के डीसी को मामले की जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

अपने एक्स पोस्ट पर लिखा, ” डुमरी प्रखंड के बलथरिया पंचायत के सचिव श्री सुखलाल महतो द्वारा आत्महत्या का प्रयास अत्यंत गंभीर मामला है. श्री महतो के इलाज के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित की जाए. साथ ही, मामले की गहराई से जांच कर दोषियों की जिम्मेदारी तय करते हुए सख्त कार्रवाई की जाए.”

क्या है पूरा मामला

बता दें कि शुक्रवार को पंचायत सचिव सुखलाल महतो ने प्रखंड कार्यालय परिसर में कीटनाशक खाकर आत्महत्या का प्रयास किया. आरोप है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) सहित चार लोगों ने बैठक में उनका अपमान किया, जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया. घटना के तत्काल बाद प्राथमिक उपचार के लिए पहले उन्हें डुमरी रेफरल अस्पताल और उसके बाद उन्हें पहले धनबाद फिर रिम्स रेफर किया गया.

बताया जा रहा है कि आत्महत्या के प्रयास से पहले सुखलाल महतो ने सोशल मीडिया पर डुमरी विधायक के नाम एक पत्र भी पोस्ट किया, जो तेजी से वायरल हो गया. पत्र में उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी (डुमरी), पीएमएवाई (डुमरी) के बीसी अजय कुमार, बलथरिया के रोजगार सेवक अनिल कुमार और मुखिया पति परमेश्वर नायक पर मानसिक अपमान और प्रताड़ना का आरोप लगाया.

पत्र में सुखलाल ने लिखा, ‘प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा भरी सभा में मुझे ‘तुम-ताम’ जैसे शब्दों से अपमानित और प्रताड़ित किया जाता है. इस कारण मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं.’ उन्होंने विधायक से अपने परिवार के भरण-पोषण का ध्यान रखने की अपील भी की.

बीडीओ का आरोपों से इंकार 

वायरल पत्र में पंचायत सचिव सुखलाल महतो के लगाए गए आरोपों पर डुमरी की बीडीओ अन्वेषा ओना ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘आरोप बेबुनियाद हैं. बैठकों में कर्मियों से विकास योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट मांगी जाती है. यदि कोई कमी पाई जाती है, तो उचित निर्देश दिए जाते हैं.’

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