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जेजेएमपी सुप्रीमो 10 लाख इनामी पप्पू लोहरा को सहयोगी 5 लाख इनामी प्रभात गंझू के साथ लातेहार पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है. शनिवार सुबह को यह बड़ी सफलता मिली, जब जिले के एसपी कुमार गौरव के नेतृत्व में सीआरपीएफ और जिला पुलिस के जवान संयुक्त अभियान में उग्रवादियों की टोह में निकले हुए थे. मुठभेड़ की घटना लातेहार के इचावार के जंगल में हुई है.

घटना को लेकर बताया जा रहा है कि जिले के एसपी को अपने खुफिया सूत्रों से यह सूचना मिली थी कि पप्पू लोहार अपने संगठन के सदस्यों के साथ इचावार के जंगल में किसी नक्सली घटना को अंजाम देने के लिए रणनीति बनाने में जुटा हुआ है. इसके बाद तत्काल छापेमारी टीम बनाकर पुलिस अधिकारियों और सीआरपीएफ के सुरक्षाबलों ने सर्च अभियान चलाया.

सर्च अभियान के दौरान उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों को देखते फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, इस मुठभेड़ में पप्पू लोहरा समेत दो उग्रवादी मारा गया. दूसरे उग्रवादी की पहचान प्रभात गंझू के रूप में हुई, जो पांच लाख का इनामी और संगठन का सब-जोनल कमांडर था.

पुलिस का सहयोगी बना मोस्ट वांटेड

कहा जा रहा है कि पप्पू लोहरा वही उग्रवादी है, जो कभी झारखंड पुलिस के साथ घूमता था. नक्सल विरोधी अभियानों में वह पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों के साथ होता था. करीब सात साल पहले तक पुलिस के अधिकारी और जवान जिस जेजेएमपी के उग्रवादी के साथ जंगल में अभियान पर निकलते थे, बाद में वही पुलिस का मोस्टवांटेड बन गया.

बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट हुए थे शहीद

लातेहार के सलैया जंगल में 28 सितंबर 2021 को सुरक्षाबलों और जेजेएमपी उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था जबकि प्रतिनियुक्ति पर झारखंड जगुआर में सेवा दे रहे बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गये थे. झारखंड के इतिहास में यह पहली घटना थी, जब जेजेएमपी उग्रवादी संगठन के साथ मुठभेड़ में झारखंड पुलिस का जवान शहीद हुआ था. यह मुठभेड़ भी पप्पू लोहरा के दस्ते के साथ ही हुई थी.

क्या है जेजेएमपी?

साल 2006-07 में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का कमांडर संजय यादव अपने दस्ते के साथ अलग हो गया था. बाद में उसने झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) नामक संगठन की स्थापना की. संजय यादव की मौत के बाद पप्पू लोहरा जेजेएमपी का प्रमुख बन गया. पप्पू लोहरा उर्फ़ सोमदेव लोहरा पलामू, गढ़वा और लातेहार ज़िलों में पुलिस सहित दर्जनों लोगों की हत्या का आरोपी था.

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