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राजधानी रांची में बीते दिनों हुई भारी बारिश के बाद भी धुर्वा एवं कांके डैम का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है. उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के निर्देश पर कांके एवं धुर्वा डैम के निरीक्षण में यह स्थिति सामने आई. अपर जिला दंडाधिकारी राजेश्वर नाथ आलोक ने धुर्वा और अनुमंडल पदाधिकारी उत्कर्ष कुमार ने कांके डैम का निरीक्षण किया. इस दौरान लोकल इंस्पेक्टर और जूनियर इंजीनियर मेंटेनेंस भी उपस्थित थे.

डैम का जलस्तर व सुरक्षा मानकों की जांच

पदाधिकारियों द्वारा दोनों डैम के जलस्तर, फाटक एवं अन्य सुरक्षा मानकों का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान धुर्वा डैम का जलस्तर खतरे के निशान से 10.5 फीट नीचे पाया गया, धुर्वा डैम की क्षमता 38 फीट है.

लोकल इंस्पेक्टर और जूनियर इंजीनियर (मेंटेनेंस) ने  बताया कि खतरे के निशान से ज्यादा पानी होने पर धीरे-धीरे डैम का गेट खोला जाता है. अपर जिला दंडाधिकारी ने धुर्वा डैम के पांचों फाटक का भी निरीक्षण किया, जिसमें यह बातें सामने आई कि 2 महीने पहले ही गेट की मरम्मत की गई है.

कांके डैम का फाटक खुला

अनुमंडल पदाधिकारी उत्कर्ष कुमार ने कांके डैम का जलस्तर, फाटक एवं अन्य सुरक्षा मानकों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान डैम का जलस्तर खतरे के निशान से 2 फीट नीचे होने की बात सामने आई, डैम का एक फाटक खोला गया है.

इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने आपातकालीन स्थिति में गेट को खोलने पर हूटर बजाने एवं निचले स्तर में रह रहे लोगों को इसकी जानकारी देने की बात कही ताकि ससमय सुरक्षात्मक उपाय किए जा सके.

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