शहर से गांव डगर तक की कहानी

जीटी रोड लाइव खबरी

बिहार में एसआईआर के मुद्दे पर संग्राम जारी है. बिहार विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्षी राजद विधायकों के हंगामे और विरोध प्रदर्शन से उनके आक्रामक तेवर कम होते नहीं दिख रहे. विपक्षी विधायकों ने काला कपड़ा पहनकर फिर से प्रदर्शन किया. बुधवार को भी विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मौजूदगी में काफी हंगामा हुआ. सीएम नीतीश ने बड़ा हमला बोलते हुए लालू राज की याद दिलाई. इस दौरान नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली.

नीतीश कुमार क्या बोले?

सीएम नीतीश ने सदन में तेजस्वी यादव को बिहार में राजद के शासनकाल की याद दिलाई. सीएम ने कहा- “तुम्हारे पिताजी और माताजी साथ में थे. पहले क्या था और उसके बाद से 20 साल हुआ. आज तीसरा दिन है (मानसून सत्र का), दो ही दिन है और इसके बाद तो चुनाव होने वाला है. चुनाव होगा तो पूरे देश के लोग सोचेंगे कि क्या करना है. हम लोगों ने कितना काम शुरू से किया है. पहले ये लोग महिला के लिए कुछ किया था? तुम तो बहुत बच्चे थे, पटना शहर में कोई शाम को निकलता था, पहले क्या बुरा हाल था.”

तेजस्वी यादव ने क्या कहा?

वहीं तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश को अपने जबाब में कहा, चाचा जी, आप सम्मानीय हैं, हमें आपसे कुछ नहीं कहना है. आप आरोप लगाते हैं. लेकिन ये नहीं देख रहे कि आपकी सरकार में क्या हो रहा है. आए दिन हत्याएं, लूट, दुष्कर्म जैसे अपराध हो रहे हैं. इसके बाद एसआईआर को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि “लालू जी कहते हैं कि वोट का राज मतलब छोट का राज. SIR का विरोध नहीं करते लेकिन जो प्रक्रिया होनी चाहिए, पारदर्शिता होनी चाहिए, चुनाव आयोग को निष्पक्ष होकर काम करना चाहिए था. चुनाव आयोग का काम निष्पक्ष चुनाव कराना है नागरिकता तय करना नहीं.”

संसद के दोनों सदन भी बाधित

बुधवार को संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा हो गया. हंगामे को देखते हुए दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. पहले जब लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई थी तो हंगामा होने पर इसे 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था. इस बीच सदन परिसर में ‘इंडिया’ गठबंधन ने बिहार में हो रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न (एसआईआर) पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.

राजद सांसद मनोज झा ने संसद परिसर में न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा, “किसी पार्टी के इशारे पर जब (मतदान से) बेदखली की परियोजना चलाते हैं तो इतिहास भुगतेगा.”

वहीं कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने संसद परिसर में कहा, “वोट बंदी हो रही है तो हम इसके ख़िलाफ़ हैं.” विपक्ष के आरोप पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, “सरकार हर विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार है. सदन तो चलने दीजिए. एसआईआर को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है.”

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version