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झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य डॉ. तनुज खत्री ने भाजपा कर तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा का संगठन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है. दिसंबर 2024 से संगठनात्मक चुनाव लटका पड़ा है, सात महीने बाद भी 517 प्रखंड अध्यक्ष नहीं बने, ज़िला अध्यक्ष नहीं है और पार्टी पूरी तरह से नेतृत्व विहीन हो चुकी है.  ऐसे में 264 प्रखंडों में प्रदर्शन का ऐलान करना भाजपा की राजनीतिक नौटंकी के अलावा कुछ नहीं है.

भाजपा प्रखंडों में प्रदर्शन करने की बात कर रही है, लेकिन जिन प्रखंडों में अध्यक्ष तक नहीं हैं, वहाँ प्रदर्शन कैसे और कौन करेगा? ये सब सिर्फ़ अंदरूनी अव्यवस्था को ढंकने और जनता को भ्रमित करने का खेल है.

केंद्रीय सदस्य ने कहा कि बाबूलाल मरांडी को एक साथ नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया है. इससे साफ संकेत है कि भाजपा के पास कोई दूसरा भरोसेमंद चेहरा या नेतृत्व नहीं बचा है. भाजपा इन्हीं कारणों से अभी तक अपना नया राष्ट्रीय अध्यक्ष तक नहीं बना पाई है. पार्टी खुद को नहीं संभाल पा रही, फिर राज्य को क्या दिशा देगी?

डॉ. तनुज खत्री ने कहा, “भाजपा की राजनीति अब मुद्दों पर नहीं, विरोध के नाम पर शोर मचाने में सिमट गई है। उन्हें न जनता की परवाह है, न राज्य के विकास की चिंता।” “हर बार चुनाव के पहले जनता की याद आती है, और बाकी समय दिल्ली और रांची में सिरफुटौव्वल चलती रहती है.”

हेमंत सोरेन के नेतृत्व के सामने भाजपा के पास कोई मजबूत चेहरा नहीं है. यही कारण है कि झारखंड की जनता ने लगातार दो बार भाजपा को पूरी तरह सत्ता से बाहर रखा. भाजपा के शासनकाल में सिर्फ़ झूठे वादे हुए, संसाधनों की लूट हुई और जनता के हितों की अनदेखी हुई.

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