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झारखंड के गढ़वा जिले के मेराल थाना क्षेत्र में सोमवार को अचानक आए तेज आंधी-तूफान और बारिश के बीच वज्रपात की अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि छह अन्य लोग घायल हो गए. मृतकों में मेराल के विधायक प्रतिनिधि डॉ. लालमोहन का इकलौता पुत्र भी शामिल है. 

मिली जानकारी के अनुसार, पहली घटना शाम लगभग चार बजे मेराल प्रखंड के पूर्वारा टोला में हुई, जहां गढ़वा विधायक प्रतिनिधि डॉ. लालमोहन का बेटा तरुण कुमार देव खेत में अपनी मां के साथ गया था. आंधी-बारिश के दौरान वह महुआ पेड़ के नीचे ठहरा, तभी वज्रपात की चपेट में आ गया. परिजन उसे लेकर मेराल सीएचसी पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. तरुण हाल ही में गढ़वा के आरके पब्लिक स्कूल से मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण किया था.

दूसरी घटना लखेया गांव में घटी, जहां शंभू बैठा (65), रेजो गांव के धर्मेंद्र राम (35) और टंडवा गांव के दिलीप कुमार (22) एस्बेस्टस की छत चढ़ा रहे थे. बारिश के कारण छत से उतरते वक्त पास के पेड़ पर वज्रपात हुआ, जिसकी चपेट में आने से शंभू और धर्मेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दिलीप गंभीर रूप से घायल हो गया. उसका इलाज मेराल सीएचसी में चल रहा है और वह खतरे से बाहर बताया गया है.

वज्रपात की अन्य घटनाओं में आरंगी गांव में भी चिंता देवी, पति लखन बिंद, वज्रपात से घायल हो गईं, जिन्हें इलाज के लिए गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं चिड़िया रोड स्थित मिनी कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे मजदूरों—बेबी देवी, राजमती देवी और अरविंद कुमार—कोलोदोहर के पास वज्रपात से घायल हो गए. इन सभी का इलाज भी सदर अस्पताल में चल रहा है.

घटना की जानकारी मिलते ही अंचल अधिकारी यशवंत नायक, बीडीओ सतीश भगत और थाना प्रभारी विष्णु कांत मेराल सीएचसी पहुंचे और पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया. इसके अलावा तीनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा सदर अस्पताल भेजा गया. अंचल अधिकारी ने बताया कि मृतकों के परिजनों को आपदा प्रबंधन मद से सरकारी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी.

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