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भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई शनिवार को युद्ध विराम पर सहमति बनी. हालांकि, सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के कुछ ही घंटों बाद ही  पाकिस्तान की ओर से शनिवार की शाम को  गोलीबारी की गई. इस गोली बारी  की  वजह से  बिहार का जवान मोहम्मद इम्तियाज शहीद हो गये. जम्मू के आरएसपुरा क्षेत्र में हुई गोलीबारी में BSF के आठ जवान घायल हो गये थे. इनमें एक सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज शहीद हो गये.शहीद मोहम्मद इम्तियाज सारण के गड़खा थाना क्षेत्र स्थित नारायणपुर गांव के रहने वाले थे. .पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में मोहम्मद इम्तियाज को गोली लगी थी. मो. इम्तियाज जम्मू से सटी सीमा के बीएसएफ आउट पोस्ट पर तैनात थे.उन्होंने बहादुरी का प्रदर्शन करते हुए अपने साथियों को बचाते हुए खुद प्राणों की आहूति दे दी.बीएफएफ के डीजी और अन्य सभी अधिकारियों ने वीरगति को प्राप्त मो इम्तियाज के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना जतायी है.इस गोलीबारी में सात अन्य जवान घायल हो गये जिनका इलाज चल रहा है.

 

 

BSF में पूरे सम्मान के साथ दी गई श्रद्धांजलि

नारायणपुर के ग्रामीणों ने बताया कि मोहम्मद इम्तियाज काफी नेक दिल और मिलनसार व्यक्ति थे. एक माह पहले ही ईद के लगभग वे घर आये थे. गांव में सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक करते थे और गांव के सभी लोगों से मिलते-जुलते थे. उनका  एक बेटा  मोहम्मद इमरान बायोमेडिकल से इंजीनियरिंग कर  के पटना PMCH में  काम करता  है. पिता इम्तियाज के शहीद हो जाने की सूचना मिलने के बाद पुत्र इमरान जम्मू के लिए रवाना हो गये हैं. रविवार की सुबह जम्मू में BSF  में पूरे सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गई.  उसके बाद उनका पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपा जायेगा.जिसके बाद BSF मो इम्तियाज के पार्थिव शरीर को लेकर रविवार की शाम तक उनके गांव पहुंच सकती है.

 

 

 

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