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राहुल गांधी के नेतृत्व में सोमवार को विपक्षी सांसदों ने ‘एसआईआर’ और ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर संसद से चुनाव आयोग तक मार्च निकाला. मार्च में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, अखिलेश यादव, अभिषेक बनर्जी, प्रियंका गांधी समेत कई नेता शामिल हुए. मार्च में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, डीएमके समेत कई दलों के सांसद शामिल हुए. लोकसभा और राज्यसभा के 300 से ज्यादा सांसदों ने मार्च निकाला.

विपक्षी दलों के सांसदों को एक किलोमीटर तक पैदल चलकर विरोध मार्च निकालना था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया. सभी सांसद रास्ते में नारेबाजी करते जा रहे थे और ‘चोर-चोर’ के नारे लगा रहे थे.

कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने कहा कि पुलिस यहां सांसदों को गिरफ्तार कर रही है और हमें चुनाव आयोग से मिलने नहीं दे रही है.

मार्च को लेकर दिल्ली पुलिस की ओर से कई जगहों पर विपक्षी सांसदों को रोकने के लिए 7 जगहों पर बैरिकेडिंग भी की गई थी. अखिलेश यादव बैरिकेड्स पर भी चढ़ते नजर आए. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी विपक्षी सांसदों का जोश बढ़ाती नजर आईं तो कई विपक्षी सांसदों ने दिल्ली पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़कर आगे बढ़ गए. मार्च के दौरान राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अखिलेश समेत सभी सांसदों को हिरासत में ले लिया गया था, हालांकि बाद में सभी को छोड़ दिया गया.

मार्च को लेकर प्रमुख नेताओं ने क्या कहा

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “हकीकत ये है कि वो बात नहीं कर सकते. सच्चाई देश के सामने है. ये लड़ाई राजनीतिक नहीं है. ये लड़ाई संविधान बचाने की है. ये लड़ाई एक व्यक्ति, एक वोट की है. हम एक साफ-सुथरी वोटर लिस्ट चाहते हैं.”

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “उन्होंने जो कहा है वो सच है और मेरा बयान भी वही है. अगर कोई सरकार चुनाव आयोग के पास भी नहीं जाने देती, तो मुझे नहीं पता कि सरकार किस बात से डरती है. ये वीवीआईपी लोगों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन है. चुनाव आयोग चीजों को अलग तरीके से संभाल सकता था. सभी गठबंधन दलों से 30 सांसदों को चुनना संभव नहीं है.” 

मार्च को रास्ते में ही रोक लेने पर अखिलेश यादव ने कहा, “.वे हमें रोकने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रहे हैं. चुनाव आयोग पर कई बार प्रश्न चिन्ह लगे हैं.अगर शिकायत है तो चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए. खासकर उत्तर प्रदेश में जहां वोट की लूट हो रही है. उन्होंने कहा कि संसद में हम अपनी बात रखना चाहते हैं लेकिन सरकार सुनना ही नहीं चाहती है.”

कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा, “हमें चुनाव आयोग से मिलने नहीं दिया जा रहा है. लोकसभा और राज्यसभा के 300 से ज्यादा सांसद यहां मार्च कर रहे हैं. पुलिस यहां सांसदों को गिरफ़्तार कर रही है और हमें चुनाव आयोग से मिलने नहीं दे रही है.”

कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी राहुल गांधी के नेतृ्त्व में निकाले गए मार्च में शामिल हुए. उन्होंने कहा, “जब तक लोगों के मन में चुनावों की निष्पक्षता को लेकर संदेह है, तब तक चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंच रहा है. अगर ये संदेह दूर हो जाते हैं, तो चुनाव आयोग की विश्वसनीयता फिर से हासिल की जा सकती है. इन सवालों का समाधान करने में चुनाव आयोग का अपना हित है.”

INDIA ब्लॉक ने दिखाई एकजुटता

राहुल गांधी की अगुवाई में लोकसभा और राज्यसभा के विपक्षी सांसदों ने संसद से चुनाव आयोग दफ्तर तक पैदल मार्च किया. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी एससीपी प्रमुख शरद पवार भी मार्च में शामिल हुए. अखिलेश यादव से लेकर अभिषेक बनर्जी तक ने शिरकत की. पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोकने की कोशिश की तो अखिलेश यादव बैरिकेड से कूद गए. उन्होंने कहा कि वे हमें रोकने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रहे हैं. हमें चुनाव आयोग नहीं जाने दिया जा रहा है. विपक्ष की 25 पार्टियों के नेताओं ने शिरकत कर विपक्षी एकजुटता का संदेश दिया.

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