शहर से गांव डगर तक की कहानी

जीटी रोड लाइव डेस्क 

पहलगाम आतंकी हमले के बाद से इंडिया और पाकिस्तान के बीच तनाव चल रहा है. ऐसे में भारत की तरफ से ऑपरेशन सिन्दूर कर के 9 आतंकी  ठिकानो को बर्बाद कर दिया गया. जिसके बाद से पाकिस्तान की तरफ से सीमावर्ती लाकों पर हमला शुरू कर दिया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन के बल पर ही पाकिस्तान इतनी हिमाकत कर रहा है.कारण की चाइनीज हथियारों के बल पर पाकिस्तान ने भारत पर हमला करने की कोशिश की. हालाँकि पाकिस्तान की और से किये गए हमले को भारतीय सेना ने  उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया. जिस चीनी हथियारों के बल पर भारत पर हमला करने की कोशिश की, उसका खामियाजा उन्हें खुद ही भुगतना पड़ा. रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान ने  जिस चीनी फाइटर जेट JF-17 और F-16 से भारत पर हमला किया था , भारतीय सेना ने सभी विमानों को मार गिराया.पाकिस्तान और चीनलम्बे समय से डिफेंस पार्टनर रहे हैं. पाकिस्तान अपने फ्लीट में चीन के JF-17 फाइटर जेट्स को जोड़ा है. इस विमान को चीन और पाकिस्तान ने मिल कर बनाया है.

भारत के विमानों की टेक्नोलॉजी के सामने और एडवांस फाइटर प्रोग्राम के सामने पाकिस्तान के विमानों की टेक्नोलॉजी बहुत ही घटिया है. पाकिस्तान ने चीन से J-10C मल्टीरोल फाइटर जेट भी लिया है. जे-10 सीपी की रेंज लगभग 120 से 200 किलोमीटर है. यह विमान भी भारत के राफेल के सामने  कुछ भी नहीं है.सकी डिटेक्शन रेंज 200-240 किलोमीटर से अधिक है. HQ-9 एक लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है. इना प्रिसिजन मशीनरी इंपोर्ट-एक्सपोर्ट कॉरपोरेशन ने विकसित किया है. इसे लड़ाकू विमानों, ड्रोन और मिसाइलों के आलावा तरह-तरह के  हवाई खतरों को रोकने के लिए यह  डिजाइन किया गया है. भर्तिया सेनिकों ने इस विमान का भी काम तमाम कर दिया . पाकिस्तान के पास चीनी मूल के UAV भी हैं. इनमें से सीएच-4बी रेनबो, एक युद्ध-सिद्ध ड्रोन है. यह सटीक हमलों और खुफिया जानकारी बताता है. यह चीन एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन का बनाया हुआ है. सीएच-4बी एक मध्यम ऊंचाई वाला, लंबे समय तक चलने वाला यूएवी है, जो अमेरिकी एमक्यू-9 रीपर जैसा दिखता है. इन सब हथियारों के बल पर पाकिस्तान  उड़ान के ख्व्वाब  देख रहा है ऊँची तो क्या वह उड़ान भी नहीं भर सकता है.

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