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उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध बाबा नगरी केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार को खोल दिए गए. मंत्रोच्चार और सेना के ग्रेनेडियर्स रेजीमेंट के बैंड की धुनों के बीच रुद्रप्रयाग जिले में स्थित चार धामों में से एक केदारनाथ धाम में सुबह 7 बजे मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. कपाट खुलने के बाद पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से हुई. बाबा केदार के कपाट खुलने के क्षण का श्रद्धालुओं को बेसब्री से इंतजार था. जैसे ही धाम के कपाट खुले हर-हर महादेव के जयकारों से घाटी गूंज उठी. इसी समय मंदिर का मुख्य दक्षिण द्वार भी खोला गया.
कपाट खोलने के लिए मंदिर को 108 क्विंटल फूल-मालाओं से सजाया गया था. वहीं, शासन, प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ ही सुरक्षा बल भी तैनात दिखे. केदारनाथ में 15 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के रात्रि प्रवास की व्यवस्था की गई थी. वहीं, श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि कपाट खुलने के बाद से दर्शन के लिए टोकन व्यवस्था लागू कर दी गई. यह मंदिर गर्मियों के दौरान क़रीब छह महीने के लिए ही खुला रहता है, सर्दियों में इसे बंद कर दिया जाता है. केदारनाथ समुद्रतल से 3,584 मीटर की ऊंचाई पर हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में पड़ता है.
मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा
कपाट खोले जाने के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे. केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे ‘राज्य का उत्सव’’ बताया. कपाट खोलने के समय हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए. सीएम धामी ने कहा, “राज्य सरकार ने चार धाम यात्रा के सुव्यवस्थित और सफल संचालन के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं.” .केदारनाथ को हिन्दुओं के पवित्र चार धामों में से एक माना जाता है. हिंदू धार्मिक ग्रंथों में जिन बारह ज्योतिर्लिंगों का उल्लेख है, केदारनाथ उनमें सबसे ऊंचाई पर स्थित ज्योतिर्लिंग है.