“ऐ जाते हुए लम्हों ज़रा ठहरो ज़रा ठहरो” फिल्म बोर्डर का ये गाना अनायास ही जुबां पर आ जाता है. आर्मी के जवान शादी की छुट्टी लेकर घर आये थे. शादी होगी दुल्हनिया और अपने परिवार के साथ कुछ वक़्त बिताएंगे .लेकिन कहते हैं न की होता वही है जो होना होता है. दूल्हा-दुल्हन दोनों के हाथों की मेंहदी अभी छूटी भी नहीं थी. शादी की अधूरी रस्मे छोड़ कर जवान देश के लिए रवाना हो गया . यह कहानी है भारतीय जवानों की .देश में युद्ध की स्तिथि को देखते हुए सभी आर्मी वालों की छुट्टी रद्द कर दी गई . छुट्टी कैंसिल होते ही नौकरी ज्वाइन करने का आदेश जवानों को मिला. सारे देश के जवान अपनी नई नवेली दुल्हन और परिवार को छोड़ कर देश के लिए निकल पड़े .ऐसी ही कहानी है हमारे देश के एक भारतीय वायुसेना के जवान मोहित राठौर की . गुरुवार को जयमाला होती है और छुट्टी कैंसिल होने कि खाबर मिलते ही शुक्रवार को आधी अधूरी रश्मों को छोड़ कर देश की सेवा के लिए जवान रवाना हो गया . उन्हें शनिवार तक ड्यूटी ज्वाइन करने का आदेश मिला. मोहित ने कहा शादी तो हो गई अब देश सेवा का अवसर मिला है तो देश सेवा शादी से बढकर है. मोहित जैसे न जाने कितने ही जवान अपनी दुल्हनिया को रोता हुआ छोड़कर भारत माँ की सेवा के लिए चल दिए .
देश और बेटा दोनों सुरक्षित रहे
मध्य प्रदेश के राजगढ़ के रहने वाले वायुसेना के जवान मोहित राठौर अपनी शादी के लिए छुट्टी पर आए हुए थे. वे 17 अप्रैल से 15 मई तक अवकाश पर थे, लेकिन भारत पाक तनाव के चलते उनकी छुट्टियां बुधवार को कैंसिल हुई .कुरावर निवासी मोहित 6 साल पहले एयरफोर्स में भर्ती हुए थे. वे दिल्ली के पास स्थित ईसापुर एयरफोर्स स्टेशन में स्थापित हैं. मोहित राठौर की शादी वंदना से तय हुई थी. जिसके साथ उन्होंने गुरुवार यानि 8 मई को सात फेरे लिए और दुल्हन की विदाई कराकर घर पहुंचे. शुक्रवार को उन्होंने तुरंत अपनी रवानगी की तैयारी शुरू कर दी क्योंकि हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के कारण सभी की छुट्टी कैंसल की दी गई .मोहित राठौर के ससुर का कहना है,”मुझे गर्व है कि मेरा दामाद शादी के तुरंत बाद देश की रक्षा के लिए जा रहा है. हमारे लिए देश सबसे पहले है और हमने शादी हो जाने तक यह बात बेटी को नहीं बताने का निर्णय लिया था. वहीं मोहित के माता पिता भी इस बात से खुश है कि उनका बेटा देश की सेवा के लिए वापस लौट रहा है. उन्होंने प्रार्थना की है कि देश और बेटा दोनों सुरक्षित रहे.”
पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में भारत द्वारा पाकिस्तान पर कार्रवाई की गई थी. जिसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं. पाकिस्तान द्वारा सीमा से लगे भारत के शहरों को निशाना बनाया जा रहा है और रिहायशी इलाकों पर लगातार गोला बारूद से हमले किए जा रहे हैं. जिसके जवाब में भारत द्वारा भी कार्रवाई की जा रही है. भारत सरकार और सेना अलर्ट पर है. युद्ध की स्थिति को देखते हुए सेना के जवानों की छुट्टियों निरस्त कर दी गई हैं. जवानों को नौकरी पर वापस बुला लिया गया है.