जीटी रोड लाइव डेस्क
कहते हैं कि आज दुनिया मुट्ठी में है! इसकी वजह है नेट यानी अंतर जाल का जादू ! इस दौर में लाख आप छुपाना चाहें, कोई भी बात छुप नहीं सकती। यही कारण है कि अपने देश में हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस के लिए एयरटेल और रिलायंस जियो ने एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक के साथ समझौता किया है। इस नयी परिघटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पहला सवाल तो यही उठता है कि क्या आने वाले समय में जियो और एयरटेल को स्टारलिंक से कोई खतरा है? दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना है कि दूरसंचार के मौजूदा नेटवर्क को और मज़बूती मिलेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस का विस्तार होगा।
क्या कहते हैं जानकार
देश के जाने-माने पत्रकार केपी मालिक के ज़ेहन में सवाल उठा है. वो कहते हैं: मैं तकनीकी जानकार नहीं हूं। क्या अमेरिकन राष्ट्रपति ट्रंप के करीबी एलन मस्क के स्टारलिंक इंटरनेट के भारत में स्थापित होने की कोई बड़ी कीमत तो नहीं चुकानी पड़ेगी? क्या इस समझौते से हमारे देश की सुरक्षा खतरे में तो खतरे में नहीं पड़ जायेगी? क्योंकि मेरी समझ के मुताबिक अभी तक भारत में जो भी टेलीकॉम कंपनियां भारत में इंटरनेट सेवा दे रही हैं वो भारत के सेटेलाइट से सिग्नल लेकर आगे भेजती हैं तो ज़ाहिर भारतीय नागरिकों का डाटा देश से बाहर जाने का कोई जोख़िम नहीं रहता हैं। लेकिन जानकारी के मुताबिक अमेरिकन एलन मस्क का अपना सेटेलाइट सिस्टम हैं और स्टारलिंक इंटरनेट सेवा आने से देश के 140 करोड़ भारतीयों का डाटा एलन मस्क के पास पहुँच जायेगा? और फिर वह इस डाटा को किसी को भी दे सकता है। उस पर भारत का कोई नियंत्रण नहीं रहेगा। उसकी कंपनी के उस डाटा के दुरुपयोग संभावना बनती है।
संसद भवन में भी बीएसएनल नहीं एयरटेल का सिस्टम है
भारतीय इंटरनेट सेवा वायरवाली हैं और एलन मस्क की स्टारलिंक इंटरनेट सेवा सेटेलाइट की वायरलेस हैं और उसको देश के बाहर की कोई विदेशी ताकते हमारे खिलाफ इस्तेमाल कर सकता हैं उसको पकड़ना हमारे लिए मुश्किल काम होगा?
बहरहाल जहां विश्व के कई छोटे-2 देश ट्रंप के दबाव को स्वीकार नहीं कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हम 140 करोड़ भारतीयों के का हित कर पाने में असहाय प्रतीत हो रहे हैं। इस विषय पर देश की जिम्मेदारी संभाल रहे लोगों को गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
भारत सरकार का उत्कृष्ट उपक्रम बीएसएनल (BSNL) कहां है? उसको कौन खरीदेगा? एलोन मस्क, अनिल अंबानी या सुनील भारती मित्तल? क्या आप लोगों को जानकारी है कि हमारे संविधान के मंदिर संसद भवन में भी बीएसएनल का सिस्टम नहीं है वहां भी एयरटेल का सिस्टम लगा हुआ है अब उस पर भी स्टारलिंक ही काम करेगा?