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विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर राजधानी रांची वासियों को चिरप्रतीक्षित सिरमटोली फ्लाईओवर की सौगात मिली, जब सीएम हेमंत सोरेन ने 355 करोड़ की लागत से 2.34 किलोमीटर लंबे रांची के दूसरे फ्लाईओवर का उद्घाटन किया. इस दौरान सीएम डोरंडा स्थित वन भवन में विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में शामिल हुए.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, श्रम नियोजन एवं उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव, राज्यसभा सांसद महुआ माजी और राज्य की मुख्य सचिव अलका तिवारी सहित कई अधिकारी और नेता मंच पर दिखे. झारखंड डीजीपी अनुराग गुप्ता भी कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे. इस दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने रांची वासियों को नये फ्लाईओवर की भी सौगात दी. उन्होंने राजधानी के बहुप्रतिक्षित मेकॉन- सिरमटोली फ्लाईओवर का भी उद्घाटन किया. इस मौके पर सीएम ने नए फ्लाईओवर का नाम बाबा कार्तिक उरांव के नाम पर रखने का एलान किया.
इस अवसर पर सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि आज हम वन विभाग परिसर में दो महत्वपूर्ण कार्यक्रम के लिए एकत्र हुए हैं. पहला, आज विश्व पर्यावरण दिवस है, जिसे पूरे देश में मनाया जा रहा है. दूसरा, आज रांची के लोगों को सिरमटोली फ्लाईओवर समर्पित किया जा रहा है. इस दौरान उन्होंने इस बात पर भी चर्चा की कि आज पर्यावरण के साथ किस तरह छेड़छाड़ किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने प्रदूषण पर भी बात की.
मंत्री ने सीएम का जताया आभार
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने सिरमटोली फ्लाईओवर का नाम कार्तिक उरांव के नाम पर रखे जाने को ऐतिहासिक बताते हुए इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आभार जताया. उन्होंने कहा कि यह निर्णय न केवल कांग्रेस पार्टी के एक महान नेता को सच्ची श्रद्धांजलि है, बल्कि यह आदिवासी समाज की अस्मिता, संघर्ष और योगदान को सम्मान देने वाली प्रेरणादायक पहल भी है.
कार्तिक उरांव दूरदर्शी जननेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री और आदिवासी अधिकारों के प्रखर पैरोकार थे. शिक्षा, सामाजिक न्याय और जनसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है. यह केवल एक नामकरण नहीं, बल्कि झारखंड के सामाजिक-सांस्कृतिक इतिहास और आदिवासी नेतृत्व को पहचान देने का एक सशक्त माध्यम है. इस निर्णय से पूरे झारखंड में गौरव और उत्साह का माहौल है.
पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव ने कहा
सिरमटोली फ्लाईओवर के निर्माण में हुए सबसे बड़ी बाधा सरना स्थल को लेकर पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने कहा कि सरना स्थल के पास रहने वालों ने जहां अपनी जमीन दी, वहीं रैंप निर्माण को लेकर हुए विवाद के बाद 114 मीटर लंबे रैंप को 84 मीटर किया गया, ताकि सरना स्थल क्लियर रहे. वहीं सरना स्थल के समीप कोई कार्यक्रम होने पर वहां पर लगे क्रैश बैरियर को भी हटाया जा सकेगा ताकि वह जगह पूरी तरह से खुला रहे. ऐसे में कभी किसी को कोई परेशानी नहीं होगी.
रेलवे ने दिया सेफ्टी सर्टिफिकेट
फ्लाईओवर उद्घाटन के ठीक पहले रेलवे की ओर से झारखंड सरकार को मेकॉन-सिरमटोली, राजेंद्र चौक, मेकॉन तक बने इस फ्लाईओवर निर्माण को सेफ्टी सर्टिफिकेट भी प्रदान कर दिया. रेलवे लाइन के ऊपर केबल स्टैड ब्रिज बनाया गया है जिसका लोड टेस्ट हुआ था, उसमें रेलवे की ओर सेफ्टी सर्टिफिकेट भी दिया गया. ऐसे में इसके काम में अब कोई अड़चन नहीं थी. यही वजह था कि फ्लाईओवर का उद्घाटन आज ही कर दिया गया.