जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार दोपहर हुए आतंकी हमले में मारे गए 27 लोगों को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में श्रद्धांजलि दी. पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए इस हमले में 20 से ज्यादा लोग घायल हैं. हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के विंग द रजिस्टेंस फ्रंट यानी TRF ने ली है. इस घटना में शामिल छह आतंकी फायरिंग के बाद मौके से भाग निकलने में कामयाब रहे.
सूत्रों से मिली जानकारी में बताया गया है कि इस हमले में दो विदेशी और दो स्थानीय आतंकी शामिल थे. इस बीच बदले घटनाक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब का दो दिन का विदेश दौरा बीच में ही छोड़ बुधवार सुबह भारत लौट आए हैं. वे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक करेंगे हालांकि इससे पहले दिल्ली पहुंचने पर एयरपोर्ट पर ही वह विदेशी मंत्री एस. जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय मिसरी समेत कई अधिकारियों के साथ बैठक की और घटना के बाद के घटनाक्रम का जायजा लिया.
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि इस घटना में आतंकियों ने पर्यटकों को गोली मारने से पहले उनके नाम पूछे और कलमा भी पढ़वाया. इनमें एक UP के शुभम द्विवेदी थे, जिनका नाम पूछने के बाद आतंकियों ने उनके सिर में गोली मार दी. मृतकों में उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटकों के अलावा नेपाल और UAE के एक-एक पर्यटक शामिल हैं. घटना में 2 स्थानीय भी मारे गए. जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा अटैक के बाद ये सबसे बड़ा हमला है. पुलवामा में CRPF के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था, इसमें 40 जवान शहीद हुए थे। इसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.