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जमशेदपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम हॉस्पिटल के बी ब्लॉक के मेडिसिन विभाग के तीनो कॉरिडोर के ढह जाने की घटना में अब तक दो मरीज़ों की मौत हो गई है. यह घटना शनिवार शाम लगभग 4 बजे हुई. इस घटना के कई घंटों बाद जमशेदपुर के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने पत्रकारों को दिए गए अपने एक बयान में बताया, ” मलबे से 2 मरीजों के शव को बरामद किया गया है जबकि एक अन्य मृतक की खोज अभी जारी है. 12 मरीजों को बचाया गया है. ये सभी मरीज़ लावारिस हैं, जिनके कोई अटेंडेंट नहीं थे. ऐसे मरीज़ों को बीमारी के कारण यहां भर्ती किया गया था.”
सीएम ने घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने देने का दिया निर्देश
घटना की जानकारी मिलने पर सीएम हेमंत सोरेन ने घटना पर दुःख जताया. अपने संदेश में मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के लिए संवेदना जताते हुए कहा, जमशेदपुर में एमजीएम अस्पताल में एक जर्जर भवन के हिस्से के गिरने से हुआ हादसा अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मरांग बुरु दिवंगत लोगों की आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की यह घड़ी सहन करने की शक्ति दे। स्वास्थ्य मंत्री के नेतृत्व में उच्च अधिकारियों की टीम घटनास्थल पहुंच रही है. साथ ही मंत्री जी को ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इस बाबत भी उचित कार्रवाई और कार्ययोजना बनाने हेतु निर्देश दिया गया है.
मामले की जांच के लिए कमिटी गठित
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने घटना को लेकर कहा कि मामले की जांच होगी और इसके लिए एडीएम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई गई है, जिसमें भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को भी शामिल किया गया है. टीम 48 घंटों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी कि आखिर इस हादसे का क्या कारण था. जांच टीम के रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग के सचिव व अन्य वरीय अधिकारियों को भी भेजा जाएगा.
वहीं घटना को लेकर एमजीएम अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ नकुल चौधरी ने कहा कि यह भवन 40 साल से भी ज़्यादा पुराना है. भवन निर्माण विभाग समय-समय पर इस भवन की जांच करता रहा है. लेकिन ऐसी घटना घटेगी इस बात की उम्मीद नहीं थी. इस बीच प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफ़ान अंसारी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि “जल्द ही इसकी समीक्षा की जायेगी.”
स्वास्थ्य मंत्री देर रात पहुंचे MGM अस्पताल
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने इस हादसे में तीन लोगों की मौत होने की बात कही है और घटना पर दुःख जताया है. हादसे के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए स्वास्थ्य मंत्री विभागीय सचिव समेत अन्य वरीय अधिकारियों संग देर शाम एमजीएम अस्पताल पहुंचे और घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान जिला प्रशासन के भी अधिकारी मौजूद थे.
स्वास्थ्य मंत्री ने राहत एवं बचाव कार्य में एनडीआरएफ व जिला प्रशासन जुटे होने के साथ साथ मामले की उच्चस्तरीय जांच होने की भी बात कही. उन्होंने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एक सप्ताह में सख्त कार्रवाई होने की भी बात कही. स्वास्थ्य मंत्री ने घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि सरकार की ओर से दिए जाने की भी बात कही.
मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक
घटना की जानकारी मिलते ही जमशेदपुर पश्चिम के विधायक व पूर्व मंत्री सरयू राय घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस जर्जर भवन की स्थिति से स्वास्थ्य विभाग लंबे समय से वाकिफ था, इसके बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने कहा कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता इस क्षेत्र से विधायक भी रहे हैं लेकिन अस्पताल की दशा नहीं बदली. वहीं वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने भी इस अस्पताल का बीते दिनों निरीक्षण किया था, फिर भी अस्पताल की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. यह लापरवाही अब जानलेवा बन चुकी है.
मौके पर पहुंची जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र की विधायक पूर्णिमा साहू ने अस्पताल के मेडिसिन वार्ड की बालकनी गिरने की घटना को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने इस गंभीर हादसे के लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने हादसे में घायल हुए मरीजों व उनके परिजनों से भी मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अस्पताल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ. नकुल चौधरी से सभी घायलों, विशेष रूप से गंभीर रूप से घायल महिला को सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराने की बात की.