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लोकसभा में सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू हुई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम हमले और “ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर सोमवार को लोकसभा में चर्चा शुरू की. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के साथ कोई संघर्ष नहीं है. यह सभ्यता बनाम बर्बरता का संघर्ष है. अगर कोई हमारी संप्रभुता को नुकसान पहुंचाएगा तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा.”
रक्षा मंत्री ने कहा, “हमारी मूल प्रकृति बुद्ध की है, युद्ध की नहीं. हम आज भी कहते हैं कि समृद्ध पाकिस्तान हमारे हित में है. नरेंद्र मोदी सरकार का रुख स्पष्ट है- बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते. पीएम मोदी ने भी कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर रुका है, समाप्त नहीं हुआ है. पाकिस्तान अगर फिर कोई हरकत करता है, तो हम और भी कठोर कार्रवाई करेंगे.”
ऑपरेशन सिंदूर ने दूर की पाकिस्तान की गलतफ़हमी
राजनाथ सिंह ने कहा, “पाकिस्तान के मन में गलतफ़हमी थी, उसे हमने ऑपरेशन सिंदूर से दूर कर दिया. अगर कुछ बचा होगा तो उसे भी दूर कर देंगे. हमारी सरकार ने भी पाकिस्तान के साथ शांति स्थापित करने के लिए कई प्रयास किए हैं. लेकिन बाद में, 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक, 2019 की बालाकोट एयर स्ट्राइक और 2025 के ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से, हमने शांति स्थापित करने के लिए दूसरा रास्ता अपनाया है.”
राजनाथ सिंह ने कहा, “हमारी नीति भगवान राम और भगवान कृष्ण से प्रेरित है, जो हमें शौर्य और धैर्य, दोनों सिखाती है. हमारी नीति स्पष्ट है.” उन्होंने वीएस नायपाल को कोट करते हुए कहा, “उन्होंने सही ही लिखा था कि पाकिस्तान में होना एक कॉन्ट्रेस्टिंग रियलिटी है. पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पागलपन नहीं, सोची समझी साजिश का हिस्सा है. यह एक टूलकिट है, जिसे पाकिस्तान और उसकी एजेंसियों ने एक नीति के तहत अपनाया हुआ है.”
सरकार के दुश्मन नहीं, लेकिन सच्चाई जरूरी : गौरव गोगोई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भाषण के बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगाई ने लोकसभा में अपनी बात रखी. उन्होंने मोदी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा, “हम सरकार के दुश्मन नहीं हैं, हम आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में आज भी सरकार के साथ हैं, लेकिन सच्चाई सामने आनी चाहिए.
हमें उम्मीद थी कि गृह मंत्री नैतिक जिम्मेदारी लेंगे और प्रधानमंत्री बताएंगे (घटनाक्रम की जानकारी देंगे). हम सब एकजुट हुए और पूरा समर्थन पीएम मोदी को दिया. पूरा देश पीएम मोदी जी के साथ था लेकिन 10 मई को सूचना आती है कि सीजफ़ायर हो गया. क्यों हुआ? पहले 21 टार्गेट चुने गए थे और फिर नौ क्यों हुए?”
26 बार कह चुके हैं कि हमने जंग रुकवाई
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता ने कहा, “पाकिस्तान वास्तव में अगर घुटने टेकने के लिए तैयार था, तो आप क्यों रुके, आप क्यों झुके. किसके सामने आपने सरेंडर किया? अमेरिका के राष्ट्रपति 26 बार कह चुके हैं कि हमने जंग रुकवाई. राष्ट्रपति ट्रंप यह कह चुके हैं कि पांच-छह जेट गिरे हैं. आप बताइए कि कितने जेट गिरे?”
गौरव गोगोई ने कहा कि राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा मकसद युद्ध नहीं था. “मैं पूछना चाहता हूं, क्यों नहीं था? होना चाहिए. हमारा मकसद जमीन लेना नहीं था. क्यों नहीं था. पीओके आज नहीं लेंगे तो कब लेंगे?” उन्होंने कहा, “सीडीएस को ऐसा क्यों कहना पड़ा कि हमारे लड़ाकू जहाज रेंज में नहीं जा सकते, दूर से आक्रमण करना पड़ा. क्या पास से नहीं कर सकते, ये जानकारी हमें दें.”
उन्होंने कहा, “हम ये जानना चाहते हैं कि लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने सिक्किम में जाकर कहा कि पाकिस्तान तो सिर्फ फ्रंट पर था, उसके पीछे चीन पूरी तरह से समर्थन कर रहा था. हम यही जानना चाहते हैं राजनाथ सिंह और पीएम मोदी जी से कि पाकिस्तान को चीन से कितना समर्थन मिल रहा है.”