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ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना के कर्नल सोफिया कुरैसी व वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह से प्रेस ब्रीफ़िंग कराने को लेकर सोशल मीडिया पोस्ट करने वाले हरियाणा के अशोका यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफ़ेसर अली ख़ान महमूदाबाद की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को सुनवाई होगी.
इससे पहले मंगलवार को हरियाणा के सोनीपत की स्थानीय अदालत ने गिरफ्तार सोसिएट प्रोफ़ेसर अली ख़ान महमूदाबाद को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अदालत ने हरियाणा पुलिस की उस अपील को ख़ारिज कर दिया है जिसमें उसने प्रोफ़ेसर अली ख़ान को सात दिन और पुलिस हिरासत में रखने की इजाज़त मांगी थी.
क्या था मामला
भारत-पाकिस्तान में हुए तनाव के दौरान ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में टिप्पणी और कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह से प्रेस ब्रीफ़िंग कराने को लेकर प्रोफ़ेसर अली ख़ान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. उनके इस पोस्ट के बाद हरियाणा की सोनीपत पुलिस ने उन्हें 18 मई को गिरफ़्तार कर लिया था. उन्हें दो दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया था. यह गिरफ़्तारी सोनीपत के स्थानीय निवासी योगेश की शिकायत के आधार पर की गई थी. हरियाणा पुलिस ने प्रोफ़ेसर अली ख़ान के ख़िलाफ़ दो समुदायों में नफ़रत भड़काने की धारा के तहत मामला दर्ज किया था.