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झारखण्ड में भ्रष्टाचार देखते-देखते कितना आम सा होता गया, पता ही ना चला। झारखण्ड राज्य को बने हुए 25 साल हो गए है। लेकिन झारखण्ड राज्य को भ्रष्टाचार और भ्रष्ट अधिकारियों से छुटकारा अब तक नहीं मिला। मौजूदा हालात में ऐसे भी अधिकारी हैं, जिन पर गंभीर आरोप लगे हैं, लेकिन फिर भी वो सरकारी दफ्तरों में कार्यरत हैं। उनके खिलाफ सबूत होने के बावजूद वे बाइज्जत बरी हो जाते हैं और सबूतों को गलत बताने लगते हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला चाईबासा जिला से सामने आया है। धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसे हम आगे जानते हैं।
बजट सत्र के दौरान उठाये सवाल
सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुक़सान हो रहा है। आर्थिक अनियमितताओं के आरोपों से घिरे अधिकारियों पर सरकार लगाम तक नहीं लगा पा रही है। धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने ऐसे कई सवाल सदन में उठाये। उन्होंने सरकार से ऐसे अधिकारियों का तत्काल निलंबन करने और बड़े पैमाने पर जाँच की मांग की है। चाईबासा जिला अवर निबंधक अशोक कुमार सिंह पर विधयक राज सिन्हा ने वित्तीय अनियमितताओं का गंभीर आरोप लगाया है। हजारीबाग में कार्यरत वर्त्तमान में समिति जिला अवर निबंधक राजेंद्रा एक्का के खिलाफ विभागीय कार्यवाही जारी है।
इनपर भी लगे हैं गंभीर आरोप, जाँच भी
निबंधन कार्यालय निरीक्षक सुजीत कुमार कोल्हान प्रमंडल और सहायक निबंधन कार्यालय महानिरीक्षक,मुख्यालय श्वेता कुमारी पर भी अनियमिता का आरोप लगा है। इन सभी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही जारी है। इस मामले में श्वेता कुमारी ने स्पष्टीकरण भी दिया है। इसे धनबाद के डीसी को अवलोकन के लिए भेजा गया है। संतोष कुमार सहायक निबंधक महानिरीक्षक मुख्यालय के खिलाफ अनिमितताओं का आरोप लगा है। इसी तरह राम कुमार महतो, समिति जिला अवर निबंधक, जमशेदपुर पर भी आरोप लगे हैं। उनके खिलाफ सीबीआई की जांच चल रही है और विभागीय कार्यवाही भी की जा रही है।