जीटी रोड लाइव खबरी
झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस पार्टी पर बड़ा निशाना साधा है. अपने एक बयान में उन्होंने कांग्रेस को मौका परस्त पार्टी करार देते हुए कहा कि कहा कि इस मौक़ा परस्त पार्टी को देश में हुए आतंकी हमले का भी राजनीतिक लाभ उठाना है. सर्वदलीय बैठक के बाद इनके नेता सार्वजनिक रूप से कहते हैं कि वे केंद्र सरकार के हर फ़ैसले में साथ हैं और पीठ पीछे ‘संविधान बचाओ रैली’ कर पूरे देश में भ्रम फैला रहे हैं.
बाबूलाल मरांडी ने कहा जिस समय पूरे देश को एकजुट रहने की ज़रूरत है, उस समय कांग्रेस झूठ और अफ़वाह फैलाकर देश के भीतर दरार पैदा कर रही है. अगर यह देशद्रोह नहीं है, तो क्या है? यह संविधान और देश की जनता के साथ सीधा धोखा है.
केंद्र पर खरगे का आरोप अनर्गल
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि रांची में कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ रैली’ में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर अनर्गल और आधारहीन आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को तीन दिन पहले से हमले की जानकारी थी, और उन्हें इंटेलिजेंस रिपोर्ट पहले ही मिल गई थी शायद कांग्रेस के समय में सिस्टम ऐसे ही काम करता होगा तभी ऐसी घटनाएं आम थीं.
जब देश में कांग्रेस की सरकार थी तो दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बैंगलोर, वाराणसी समेत पूरा देश सीरियल बम धमाकों से सिहर उठता था। 26/11 जैसे हमलों को अंजाम देकर आतंकी खुलेआम मौत का नंगा नाच करते थे. यहां तक कि कांग्रेस की सरकार में पाकिस्तानी हमारे सैनिकों का सिर काटकर ले जाते थे. लेकिन जब से प्रधानमंत्री का पद नरेंद्र मोदी ने संभाला है, पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर मार रहे है. सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक सेना के शौर्य और पराक्रम का साक्षात उदाहरण हैं.
खरगे अपने आरोपों को करें साबित: बाबूलाल
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि खरगे जी वरिष्ठ और सम्माननीय नेता हैं, लेकिन जब वे भी कांग्रेस की इस ओछी राजनीति का हिस्सा बन रहे हैं, तो उन्हें यह साबित करना होगा कि आख़िर उन्होंने यह ख़बर किस अख़बार में पढ़ी और किन ‘सूत्रों’ की बात कर रहे हैं. अगर वे इसे साबित नहीं कर सकते, तो उन्हें केंद्र सरकार और देश की जनता से अपनी इस शर्मनाक बयानबाज़ी के लिए माफ़ी माँगनी होगी. पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऐसे समय में जब पूरी दुनिया व्यथित है, तब खरगे जी का गैर जिम्मेदाराना बयान सेना और सुरक्षा एजेंसियों का मनोबल तोड़ने और एक तरह से पाकिस्तान को मदद करने वाला प्रयास कहा जायेगा.