भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर आतंकवाद के खिलाफ गंभीर नहीं होने का आरोप लगाया है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश एकजुट है और इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर करने की अपील भी की थी लेकिन झारखंड की हेमंत सरकार आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने के प्रति गंभीर नजर नहीं आ रही है. सरकार में शामिल झामुमो कोटे के मंत्री और प्रवक्ता गैर-जिम्मेदाराना और संवेदनहीन बयान दे रहे हैं.
आतंकियों की सरपरस्ती कौन कर रहा ?
प्रदेश अध्यक्ष ने हेमंत कहा को संबोधित करते हुए कहा, ” मुख्यमंत्री जी, राजनीति करने के लिए आपको कई अवसर मिलेंगे, लेकिन इस कठिन समय में साढ़े तीन करोड़ झारखंडवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ राज्य में आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित कीजिए. क्योंकि राज्य में आतंकियों की बढ़ती सक्रियता ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. पुलिस भले ही समय-समय पर आतंकियों को गिरफ्तार कर रही हो, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन आतंकियों को पनाह और संसाधन कौन उपलब्ध करा रहा है? झारखंड की जनता यह जानना चाहती है.
” मन की बात ” में आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश
बाबूलाल मरांडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ” मन की बात ” को पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों संग सुना. बाद में अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया है. प्रधानमंत्री ने फिर एक बार कहा कि आतंकवाद और उसके संरक्षकों पर कठोर कार्रवाई करने के लिए भारत कृत संकल्पित है जिसमें देश के 140 करोड़ जनता का भरोसा और विश्वास प्राप्त है. इस लड़ाई में पूरा विश्व भारत के साथ खड़ा है. आतंकवाद व उग्रवाद विकास का दुश्मन है. विकास और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते. इसलिए आतंकवाद और उसके संरक्षकों पर कड़ी कार्रवाई का समय आ चुका है.