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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य सरकार के अधिकारियों को दक्षिण अफ्रीकी क्षेत्र नाइजर में 5 प्रवासी मजदूरों के अपहरण की घटना को तत्काल विदेश मंत्रालय एवं भारतीय दूतावास के संज्ञान में लाने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अधिकारियों ने विदेश मंत्रालय व भारतीय दूतावास को मेल कर पांचों श्रमिकों की सकुशल वापसी के प्रयास शुरू कर दिए हैं.
बताया जा रहा है कि सभी श्रमिक नाइजर में ट्रांसमिशन लाइन के क्षेत्र में कार्य करने वाली कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड कंपनी के KPTC प्रोजेक्ट में कार्यरत थे और 25 अप्रैल (शुक्रवार) को कुछ हथियारबंद लोगों ने इन पाँचों श्रमिकों का अपहरण कर लिया था और उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चल सका है. श्रमिकों के सुरक्षित होने को लेकर उनके परिजनों ने चिंता भी व्यक्त की है.
जिन प्रवासी मजदूरों का अपहरण हुआ है उसकी पहचान 1. फलजीत महतो (पिता – नारायण महतो, पासपोर्ट सं. W7735287), 2. राजू कुमार (पिता – फागु महतो, पासपोर्ट सं. R6801714), 3. चंद्रिका महतो (पिता – शंकर महतो, पासपोर्ट सं. X7456752), 4. संजय महतो (पिता – जागेश्वर महतो, पासपोर्ट सं. X7453938) और 5. उत्तम महतो (पिता – तालो महतो, पासपोर्ट सं. X8970245) के रूप में हुई है.
सीएम हेमंत सोरेन ने विदेश मंत्री से मांगी मदद
प्रवासी श्रमिकों के अगवा होने की घटना की जानकारी सामने आने के बाद तत्काल ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर को टैग करते हुए मामले में मदद करने का अनुरोध किया है. अपने पोस्ट में मुख्यमंत्री ने लिखा ” माननीय केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर जी से आग्रह है, जानकारी के अनुसार नाइजर में अगवा किए गए झारखण्ड के हमारे प्रवासी भाइयों को मदद पहुंचाने की कृपा करें. ”
पूर्व विधायक ने मामले की दी थी जानकारी
भाकपा माले के नेता व पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह ने बीते रविवार 27 अप्रैल को राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष को पाँच प्रवासी श्रमिकों के अपहरण एवं गायब होने की सूचना दी थी. सभी श्रमिक गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के दोन्दलो एवं मुंडरो गांव के रहने वाले हैं. पूर्व विधायक ने प्रवासी मजदूरों के नाम और उनके पासपोर्ट का जिक्र करते हुए त्वरित सकुशल वापसी हेतु कार्रवाई की मांग की थी.
पूर्व विधायक की ओर से मिली सूचना के बाद राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रोजेक्ट हेड/कंट्री मैनेजर से संपर्क कर इस घटना की पूरी जानकारी ली. मिली अनुसार, सभी श्रमिक कंपनी साइट से 25–30 किमी दूर तेलाबारी क्षेत्र में कार्यरत थे. यह पूरी तरह से एक मिलिट्री ऑपरेशन था, जिसमें कुल 26 स्थानीय एवं 12 अन्य देशों के श्रमिक शामिल थे. इस घटना में 12 लोगों की मृत्यु होने की भी बात कही जा रही है.
राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने सोमवार 28 अप्रैल को मामले का सत्यापन करते हुए प्रोटेक्टर ऑफ इमिग्रेंट्स, रांची, भारतीय दूतावास तथा विदेश मंत्रालय को तत्काल आवश्यक कार्रवाई हेतु ईमेल भेजा है तथा पाँचों श्रमिकों की सुरक्षित वापसी हेतु प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही का अनुरोध किया है. झारखंड सरकार के अनुरोध के बाद जानकारी मिली है कि नाइजर स्थित भारतीय दूतावास को इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी है और नागरिकों की सुरक्षित एवं शीघ्र रिहाई के लिए वह संबंधित नाइजीरियाई अधिकारियों के साथ इस मामले को उठा रहा है.