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संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई सोमवार से शुरू होने वाला है. इस सत्र में सरकार को सदन के अंदर घेरने को लेकर विपक्ष के संभावित मुद्दों पर चर्चा करने को लेकर यह बैठक बुलाए जाने की बात कही जा रही है. वहीं बैठक में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भी गठबंधन दलों के बीच बातचीत होने के कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि इस बैठक के ठीक पहले आम आदमी पार्टी ने बड़ा फैसला करते हुए गठबंधन से अलग होने का ऐलान किया है.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई के साथ बातचीत में बताया कि “आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं है.” संजय सिंह का कहना है, “इंडिया गठबंधन अपनी बैठक करके जो निर्णय करना चाहता है वह ले. इंडिया गठबंधन कोई बच्चों का खेल नहीं है. आप बताइए, उन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद कोई मीटिंग की है? उस गठबंधन को आगे बढ़ाने की कोई पहल की?”
गठबंधन में कांग्रेस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए संजय सिंह कहते हैं, “कभी अखिलेश यादव के ख़िलाफ़ कोई टिप्पणी, कभी उद्धव ठाकरे के ख़िलाफ़ टिप्पणी, कभी ममता बनर्जी के ख़िलाफ़ कोई टिप्पणी. इंडिया गठबंधन जिस रूप में एकजुट होकर चलना चाहिए था, उसका सबसे बड़ा दल कौन है? कांग्रेस पार्टी है. कांग्रेस पार्टी ने सबसे बड़े दल की भूमिका निभाई क्या? सबसे बड़ा सवाल यह है.”
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक आप ने ‘इंडिया’ गठबंधन से बाहर निकलने का फ़ैसला लोकसभा चुनाव में असफलता, रणनीतिक मतभेदों और महत्वाकांक्षाओं के कारण लिया है. इससे पहले ‘इंडिया’ गठबंधन ने जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के मुद्दे पर संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए संयुक्त पत्र लिखा था तो उस दौरान भी आम आदमी पार्टी ने विपक्षी दलों के इस फ़ैसले से किनारा कर लिया था. पार्टी ने इसके लिए कांग्रेस को ज़िम्मेदार ठहराया था.
संसद के मॉनसून सत्र में केंद्र सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पेश करने और उसे पारित कराने की योजना बना रही है. जबकि विपक्ष इस दौरान पहलगाम हमले से लेकर बिहार में वोटर लिस्ट संशोधन जैसे मुद्दों को उठाने की तैयारी कर रहा है. वहीं संजय सिंह ने कहा है कि संसद में जो मुद्दे उठाए जाएंगे, उनमें वह टीएमसी और डीएमके के साथ है. उनकी पार्टी संसद में बीजेपी सरकार की नीतियों का विरोध करती रहेगी.