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झारखंड कांग्रेस की ओर से जिलास्तर पर संविधान बचाओ रैली का आयोजन हो रहा है. सोमवार को खूंटी जिला कांग्रेस कमिटी के द्वारा डाक बंगला परिसर में संविधान बचाओ सभा और उसके बाद शहर में रैली निकाली गई. इस मौके पर झारखंड सरकार की कृषि मंत्री सह कांग्रेस नेत्री शिल्पी नेहा तिर्की के अलावा खूंटी सांसद कालीचरण मुंडा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री बंधु तिर्की कई अन्य कांग्रेस नेता व बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे.
संविधान बचाओ रैली को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री सह दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की कांग्रेस प्रभारी मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि विश्व भर में जिस देश के लोकतंत्र की दुहाई दी जाती थी, आज उस देश का संविधान खतरे में है. केंद्र में बैठी मोदी सरकार संविधान को मजबूती प्रदान करने के बजाय देश की जनता को धर्म के जाल में उलझाना चाहती है. केंद्र सरकार ईसाई, मुसलमान, हिन्दू के बीच विभाजन कर एकदूसरे से खतरा होने की राजनीति कर रही है.
ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर बीजेपी कर रही राजनीति
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि खुद को हिंदू समाज का ठेकेदार बताने वालों को बताना चाहिए कि पहलगाम में धर्म पूछ कर निर्दोषों को जब मारा गया, तब हाफ पेंट और टोपी वाले कहां थे. भारतीय सेना का पराक्रम और शौर्य को भूलकर बीजेपी के लोग ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर आज राजनीति करने में जुट गए है. उन्होंने कहा कि देश को सबसे बड़ा खतरा RSS की विचारधारा और बीजेपी से ही है.
आदिवासी, दलित, पिछड़ा व किसान की रक्षा सिर्फ संविधान ही कर सकता है. देश के आदिवासी के अस्तित्व को मिटाने के लिए डीलिस्टिंग से लेकर सरना सनातन तक का षडयंत्र रचा जा रहा है, लेकिन यह कभी सफल नहीं होगा. मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी बिना डरे देश की जनता के हक अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे है. हम सभी को इस लड़ाई में कदम से कदम मिला कर उनका साथ देना होगा. हर हाल में लोकतंत्र को बचाने के लिए संविधान को बचाना होगा.
अब बारी सरना धर्म कोड की लड़ाई लड़ने की
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि जातिगत जनगणना के लिए संघर्ष का परिणाम है कि केंद्र सरकार को घुटना टेकना पड़ा. अब बारी सरना धर्म कोड की लड़ाई लड़ने की है. सदन से इस प्रस्ताव को गठबंधन वाली सरकार ने बहुत पहले पास कर दिया है . जब जातिगत जनगणन में दूसरे धर्म के लिए कॉलम का प्रावधान है तो सरना धर्म के लिए अलग कॉलम क्यूं नहीं मिलेगा . कांग्रेस सरना धर्म कोड की लड़ाई को दिल्ली तक ले जाने का काम करेगी . बीजेपी के लोग समाज में मनुस्मृति लाना चाहते है . उन्हें संविधान पर भरोसा नहीं है .
संविधान बचाओ रैली को संबोधित करते हुए कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि 6 मई से रांची में संविधान बचाओ रैली से कार्यक्रम की शुरुआत हुई है. अब तक राज्य के कई जिलों में संविधान बचाओ रैली हो चुकी है. बंधु तिर्की ने कहा कि संविधान बचाना क्यों जरूरी है इसे समझना होगा. देश संविधान से चलता है. संविधान के तहत ही हमें भाषा का अधिकार मिलता है. संविधान के तहत परम्परा , संस्कृति , रीति रिवाज , पड़हा , ग्राम सभा को बचाया जा सकता है. पेसा के तहत जो नियमावली लागू होगी, वो भी संविधान के तहत ही है. बीजेपी संविधान को कमजोर कर समाज को कमजोर करने और पूंजीपतियों का राज स्थापित करने का षडयंत्र रच रही है .