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झारखंड लोक सेवा आयोग यानी JPSC ने 11वीं से 13वीं सिविल सेवा के मुख्य परीक्षा का परिणाम मंगलवार देर रात जारी कर दिया. कुल 342 सीटों पर नियुक्ति के लिए हुए मुख्य परीक्षा में कुल 864 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं. अभ्यर्थी पिछले ग्यारह महीनों से इसकी प्रतीक्षा कर रहे थे. नियमानुसार रिक्त पदों के 2.5 गुना के आधार पर रिजल्ट जारी किया गया है. चयनित अभ्यर्थी अगस्त के दूसरे हफ्ते इंटरव्यू (100 अंक) में शामिल होंगे.
झारखंड लोक सेवा आयोग ने 11वीं से 13वीं सिविल सेवा परीक्षा के अंतर्गत कुल 342 पदों पर नियुक्ति के लिए 27 जनवरी 2024 को सिविल सेवा नियुक्ति परीक्षा प्रक्रिया आरंभ की थी. 17 मार्च 2024 को प्रारंभिक परीक्षा ली गयी थी व 22 अप्रैल 2024 को रिजल्ट जारी कर दिया गया था. इसमें 7011 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए सफल घोषित किये गये थे. आयोग ने 950 अंकों के लिए 22 से 24 जून 2024 तक मुख्य परीक्षा का आयोजन किया था. इसमें 864 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है.
इन पदों पर नियुक्ति होगी
सेवा पद
उपसमाहर्ता 207
पुलिस उपाधीक्षक 35
राज्य कर पदाधिकारी 56
काराधीक्षक 02
झारखंड शिक्षा सेवा 10
जिला समादेष्टा 01
सहायक निबंधक (कृषि) 08
श्रम अधीक्षक 14
प्रोबेशन पदाधिकारी 06
उत्पाद निरीक्षक 03
कुल 342
‘रिजल्ट दो या फांसी दो’: प्रदर्शनकारियों का तीखा सवाल
मुख्य परीक्षा के रिजल्ट को जारी करने की मांग को लेकर जेपीएससी अभ्यर्थी कार्यालय के बाहर लगातार प्रदर्शन कर रहे थे, कभी पिंडदान ,तो कभी ब्रह्मभोज… और इससे से भी बात नही बनी तो बीते 8 मई को आयोग की कार्यप्रणाली से त्रस्त होकर अभ्यर्थी भूख हड़ताल पर बैठ गए. अनशन पर बैठे युवाओं ने हाथों में तख्तियां और पोस्टर लेकर आयोग के खिलाफ नारे लगाए. एक पोस्टर पर लिखा था – “रिजल्ट दो या फांसी दो”. यह नारा अब आंदोलन का प्रतीक बन गया है. अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग यदि परिणाम जारी नहीं कर सकता, तो उन्हें असफल मानकर फांसी की सजा दे दे. उनका मानना है कि जेपीएससी की निष्क्रियता उनके भविष्य को बर्बाद कर रही है.
डुमरी विधायक जयराम महतो राज्यपाल से मिले
रिजल्ट की मांग को लेकर अभ्यर्थियों के आंदोलन को डुमरी विधायक जयराम महतो ने भी समर्थन दिया और इस संबंध में बीते दिनों अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल से भी मुलाकात की और इस दौरान राज्यपाल का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया था. अगले ही दिन राज्यपाल ने अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से फिर से मुलाकात की और इस विषय को लेकर जेपीएससी अध्यक्ष से भी चर्चा की. प्रतिनिधिमंडल को राज्यपाल ने भरोसा दिलाया था कि 10 दिनों के अंदर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा.
अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी भी बना कारण
जून 2024 में सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के आयोजन के बाद जेपीएससी की तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. मेरी नीलिमा केरकेट्टा अगस्त 2024 में सेवानिवृत्त हो गईं. इसके बाद छह माह तक आयोग में अध्यक्ष पद खाली रहा. 27 फरवरी 2025 को सरकार ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी एल. खियांग्ते को अध्यक्ष नियुक्त किया. इससे परीक्षार्थियों में परिणाम को लेकर आशा जगी, लेकिन लगभग तीन माह बाद भी रिजल्ट नहीं प्रकाशित हुआ तो अभ्यर्थी सड़क पर उतरने को बाध्य हुए.