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तीन महीने पहले दिल्ली में विधानसभा चुनाव हारकर सत्ता से बाहर हुई आम आदमी पार्टी को अब बड़ा झटका लगा है. दिल्ली नगर निगम में मौजूद पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने शनिवार को एक नया गुट बनाने की घोषणा कर दी. पार्टी के असंतुष्ट नेताओं ने मुकेश गोयल के नेतृत्व में पार्टी से बगावत करते हुए नई पार्टी बनाने का एलान किया है. इस नई पार्टी का नाम ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ रखा गया है. गोयल ने ऐलान किया कि उन्होंने और उनके समर्थक पार्षदों ने अब अलग राह पकड़ने का फैसला किया है. मुकेश गोयल के अनुसार, इस नए गुट के साथ 15 पार्षद हैं, जो अब इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी का हिस्सा बनेंगे.
पार्टी छोड़ने वालों ने क्या कहा
दिल्ली नगर निगम में पार्टी छोड़ने वालों में हिमानी जैन भी शामिल हैं. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर उन्होंने कहा, ” अभी 15 पार्षद उनके साथ हैं, लेकिन आने वाले दिनों में ये संख्या बढ़ सकती है. हम लोगों ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है. पिछले ढाई सालों में निगम में जो काम होने चाहिए थे, वो नहीं हो पा रहे थे. हम सत्ता में थे फिर भी काम नहीं हो रहा था. अगर लड़ाई झगड़े में ही दिमाग रहेगा तो दिल्ली की जनता के लिए हम कैसे काम करेंगे.”
उन्होंने कहा, “इसलिए हमने एक नई पार्टी बनाई है, जिसकी विचारधारा है कि हमें दिल्ली की जनता के लिए काम करना है. जो पार्टी दिल्ली के हित में काम करेगी, हम उसका समर्थन करेंगे.”
वहीं विकास नगर से निगम पार्षद अशोक पांडे ने भी पार्टी से इस्तीफ़ा देकर नई पार्टी ज्वाइन की है. उन्होंने कहा, “अनाधिकृत कॉलोनियों में कूड़ा उठाने से लेकर लाइट लगाने तक और सीवर साफ करने से लेकर नाली की सफाई तक के लिए, हम लोग काम कर सकें इसके लिए कोई भी सिस्टम नहीं है. हमने कई बार आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को चिट्ठियां लिखी लेकिन फंड ही नहीं है इसलिए हमने पार्टी छोड़ दी है. अभी और लोग हमारे साथ आएंगे और फिर मिलकर ज़रूरत पड़ेगी तो राज्यपाल तक जाएंगे.”
मुकेश गोयल और हेमचंद गोयल समेत कई नेता पहले कांग्रेस पार्टी में रह चुके हैं. 2022 में हुए नगर निगम चुनाव से पहले इन लोगों ने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी जॉइन की थी. मुकेश गोयल बीते विधानसभा चुनाव में आदर्श नगर सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भी बनाए गए थे.
एमसीडी चुनाव के समय से ही बढ़ रहा था असंतोष
दिल्ली नगर निगम में पिछले महीने बड़ा उलटफेर हुआ था. MCD चुनाव में बीजेपी के पार्षद राजा इकबाल सिंह नए मेयर बने थे. उन्हें 133 वोट मिले थे. कांग्रेस उम्मीदवार मनदीप को सिर्फ 8 वोट मिले थे. AAP ने मेयर चुनाव का बहिष्कार किया था और अपना उम्मीदवार भी नहीं उतारा था. इस पूरे घटनाक्रम के बाद AAP नेताओं में अंदरखाने नाराजगी देखी जा रही थी. ऐसे में अब पार्टी में फूट पड़ने को आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ी सियासी चुनौती माना जा रहा है. दिल्ली में आप के दबदबे को चुनौती देने के लिए इस गुट का उभरना राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव ला सकता है.
आम आदमी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व चुप
आम आदमी पार्टी की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि, पार्टी के आंतरिक सूत्रों का कहना है कि इस बगावत से पार्टी नेतृत्व खासा परेशान है और मामले को सुलझाने की कोशिशें जारी हैं. इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के गठन के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नया गुट एमसीडी में अपनी सियासी पकड़ कैसे मजबूत करेगा. दिल्ली की सियासत में इस नए मोड़ ने राजनीतिक विश्लेषकों को भी चौंका दिया है